जानें कौन था झांसी एनकाउंटर में मारा गया पुष्पेंद्र यादव, जिसकी मौत पर गरमाई यूपी की राजनीति
By पल्लवी कुमारी | Published: October 10, 2019 05:03 PM2019-10-10T17:03:31+5:302019-10-10T17:03:31+5:30
पुष्पेंद्र यादव के परिवार वालों ने यूपी पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस ने उसे एनकाउंटर में रिश्वत लेने की वजह से मारा है।
उत्तर प्रदेश के झांसी के एनकाउंटर में पुष्पेंद्र यादव की हत्या के बाद यहां की राजनीति गरमाई हुई है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। झांसी के थाना गुरसराय क्षेत्र में हुए विवादास्पद एनकाउंटर के मामले में पुलिस पर हत्या का आरोप लगाते हुए अखिलेश यादव ने कहा है कि घटना की न्यायिक जांच होनी चाहिए क्योंकि उन्हें शासन-प्रशासन पर भरोसा नहीं है। पुष्पेंद्र यादव के परिजनों ने भी यूपी पुलिस पर आत्महत्या का आरोप लगाया है। इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती ने भी योगी राज को जंगलराज करार दिया है। 5 अक्टूबर की देर रात पुष्पेंद्र यादव मारा गया था।
जानें कौन था पुष्पेंद्र यादव
पुष्पेंद्र यादव झांसी के करगुआं गांव का निवासी था। पुष्पेंद्र यादव के पिता सीआईएसएफ में थे। पिता की आंखों की रौशनी जाने के बाद पुष्पेंद्र को नौकरी मिली थी। पुष्पेंद्र का एक और दिल्ली मेट्रो में नौकरी करता है। आजतक के मुताबिक पुष्पेंद्र के पास दो ट्रेक थे। जिससे वो सीमेंट, बालू की ढुलाई का बिजनेस करता था। पुष्पेंद्र यादव शादीशुदा था।
परिवार का दाव फर्जी केस में फंसाया गया है पुष्पेंद्र यादव को
पुष्पेंद्र यादव के परिवार वालों ने यूपी पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पुलिस ने उसे एनकाउंटर में रिश्वत लेने की वजह से मारा है। घरवालों के मुताबिक पुष्पेंद्र का जो भाई दिल्ली मेट्रो में नौकरी करता है, पुलिस ने उसके खिलाफ भी हत्या का मामला दर्ज किया है। मेट्रो में नौकरी कर रहे है भाई को भी इस बात का पता तब चला जब वह पुष्पेंद्र यादव की मौत की खबर सुनकर झांसी आया था।
पुष्पेंद्र यादव के परिवार वालों ने घटना के सीबीआई जांच की मांग की है। घरवालों का कहना है कि उन्हें तो यह तक नहीं पता है कि पुष्पेंद्र यादव को किस अपराध की सजा दी गई है। परिवार का दावा है कि पुष्पेंद्र यादव पर फर्जी केस दर्ज किए गए हैं।
जानें झांसी एनकाउंटर के बारे में
झांसी पुलिस ने दावा किया था कि उसने पांच और छह अक्टूबर की रात कथित रूप से बालू खनन में शामिल पुष्पेंद्र यादव को जिला मुख्यालय से 80 किलोमीटर दूर गुरसराय इलाके में मुठभेड़ में मार गिराया था। पुलिस ने दावा किया था कि मुठभेड़ से कुछ घंटे पहले पुष्पेंद्र ने कानपुर झांसी राजमार्ग पर मोठ के थानाध्यक्ष धर्मेंन्द्र सिंह चौहान पर गोली चलायी थी। झांसी के पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह के मुताबिक पुष्पेंद्र यादव अवैध रूप से खनन कार्य में शामिल था और 29 सितंबर को थानाध्यक्ष द्वारा उसके कुछ ट्रक जब्त किये जाने के बाद उनसे उसकी कहासुनी भी हुई थी।
पुलिस के अनुसार, पुष्पेंद्र समेत तीन मोटरसाइकिल सवारों ने शनिवार (5 अक्टूबर) रात को थानाध्यक्ष धर्मेंद्र और उसके सहयोगी को कानपुर झांसी राजमार्ग पर रोका। पुष्पेंद्र ने धर्मेंद्र पर गोली चलाई और उसकी कार लेकर चला गया। बाद में सुबह करीब तीन बजे गोरठा के पास पुलिस ने तीन लोगों को धर्मेंद्र की कार के साथ पकड़ा और इसी बीच हुई मुठभेड़ में पुष्पेंद्र मारा गया। रविवार (6 अक्टूबर) को पुष्पेंद्र यादव, विपिन और रविंद्र के खिलाफ मोठ और गुरसराय पुलिस थाने में दो अलग अलग प्राथमिकी दर्ज की गयी।