कौन थे गोपाल खेमका, अपार्टमेंट गेट के पास अपराधियों ने सर में मारी गोली
By एस पी सिन्हा | Updated: July 5, 2025 15:55 IST2025-07-05T15:54:00+5:302025-07-05T15:55:13+5:30
Who Gopal Khemka Profile: अपार्टमेंट के गेट के पास पहुंचे, घात लगाए बैठे बाइक सवार अपराधियों ने सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही वे जमीन पर गिर पड़े।

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पटनाः बिहार में बेखौफ हो चुके अपराधी लगातार पुलिस को चुनौती दे रहे हैं। हर दिन लोगों की हत्या के बावजूद पुलिस अपराध पर अंकुश लगाने में पूरी तरह से फिसड्डी साबित हो रही है। पटना में नए एसएसपी कार्तिकेय शर्मा को अपराधियों के द्वारा सलामी देना माना जा रहा है। गोपाल खेमका हत्याकांड से एक बार फिर पुलिस सवालों के घेरे में है। बेखौफ अपराधियों ने राज्य की राजधानी पटना में शुक्रवार देर रात एक खौफनाक वारदात को अंजाम देते हुए बिहार के जाने-माने उद्योगपति गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी। हैरान करने वाली बात ये रही कि घटना गांधी मैदान थाना से महज 500 मीटर दूर हुई, लेकिन करीब डेढ़ घंटे तक न तो कोई पुलिस अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इससे कारोबारियों में भारी आक्रोश है। बताया जा रहा है कि गोपाल खेमका देर रात एक क्लब से लौट रहे थे।
संगठित अपराध = गुNDA राज
— Bihar Congress (@INCBihar) July 5, 2025
बेटे के बाद अब पिता की हत्या —
क्या अपराधी बिहार में पूरी पीढ़ियां मिटा रहे हैं?
गुंडों से निबटने के लिए टाइम नहीं है।"
सुनिए गोपाल खेमका जी के भाई को 👇👇 pic.twitter.com/TA6PsLWRPO
जैसे ही वो अपने अपार्टमेंट के गेट के पास पहुंचे, पहले से घात लगाए बैठे बाइक सवार अपराधियों ने उन्हें सिर में गोली मार दी। गोली लगते ही वे जमीन पर गिर पड़े। अपराधियों के द्वारा गोली मारे जाने के तुरंत बार खेमका को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। गोली मारने के बाद अपराधी बिल्कुल बेखौफ अंदाज में हथियार लहराते हुए मौके से फरार हो गए।
आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, लेकिन अभी तक गोली मारने की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। मॉडिवर्सल अस्पताल से घटना की जानकारी गांधी मैदान थाना को दी गई। लेकिन जानकारी मिलने के डेढ़ घंटे बाद तक पुलिस अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा। इसके बाद परिजनों और कारोबारियों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और पुलिस के रवैये पर सवाल खड़े किए।
हालांकि अब पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। एफएसएल की टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण कर एविडेंस कलेक्ट किया है। इधर डीजीपी विनय कुमार के निर्देश पर एसआईटी का गठन किया गया है। वहीं, राजधानी में कारोबारी की हत्या के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कानून-व्यवस्था को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की।
बैठक में डीजीपी समेत वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने कल रात हुई घटना की पूरी जानकारी डीजीपी से ली और अपराध के कारणों की गहराई से जांच करने का निर्देश दिया। उन्होंने अधिकारियों से साफ तौर पर कहा कि अपराधियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाए।
बैठक में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि अपराध नियंत्रण को लेकर कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अगर किसी अधिकारी या पुलिसकर्मी की लापरवाही पाई गई, तो उस पर सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई होगी। इस बीच कारोबारी गोपाल खेमका हत्याकांड के बाद उनके घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। खेमका के आवास के बाहर अब बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।
इलाके में सुरक्षा को लेकर प्रशासन सतर्क हो गया है और स्थानीय पुलिस लगातार निगरानी कर रही है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज की जांच के दौरान पता चला है कि जिस शख्स ने गोपाल खेमका को गोली मारी, वह लगातार किसी से फोन पर बात कर रहा था। जैसे ही गोपाल खेमका की गाड़ी मौके पर पहुंची, वह शख्स फोन काटता है और तुरंत गोली मारकर मौके से फरार हो जाता है।
पुलिस को शूटर की बाइक की पूरी मूवमेंट का भी पता चला है। सीसीटीवी में दिखा है कि शूटर बाइक से फ्रेजर रोड, एसपी वर्मा रोड होते हुए आयकर गोलंबर पहुंचा। वहां से आर ब्लॉक होकर अटल पथ पर चढ़ा और जेपी सेतु पार कर सोनपुर होते हुए हाजीपुर भाग गया। पुलिस का यह भी कहना है कि गोपाल खेमका की हत्या करने वाला शख्स अकेला था,
ठीक वैसे ही जैसे कुछ समय पहले उनके बेटे की हत्या करने वाला शूटर भी अकेला था।बिहार के बड़े और जाने माने कारोबारियों में से गोपाल खेमका पटना के मगध हॉस्पिटल के मालिक थे। गोपाल खेमका पटना में दवा की कई दुकानों के मालिक थे। इन सबके अलावा गोपाल खेमका की हाजीपुर में गत्ते की दो फैक्ट्रियां हैं।
वहीं, पटना के एग्जीबिशन रोड में पेट्रोल पंप है। साथ ही हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में फैक्ट्री है। बता दें कि दिसंबर 2018 में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी हाजीपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वे इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित अपने पॉपर मिल जा रहे थे जब उन्हें चार गोलियां मारी गई थीं।
इस घटना की भी गुत्थी पूरी तरह नहीं सुलझ पाई थी कि अब गोपाल खेमका को भी मौत के घाट उतार दिया गया। गोपाल खेमका के दो बेटे हैं एक बेटे की 2018 में गुंजन खेमका की हत्या हो गई थी। दूसरे बेटे पटना आईजीआईएमएस में डॉक्टर है। वहीं, गोपाल खेमका की हत्या के बाद बिहार में सियासत तेज हो गई है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम शनिवार को पटना स्थित खेमका निवास पहुंचे और परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने परिवार को सांत्वना देने के साथ-साथ राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला। राजेश राम ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए। राज्य में कानून-व्यवस्था पूरी तरह फेल हो चुकी है।
उन्होंने कहा कि गोपाल खेमका जैसे लोग जो ईमानदारी से टैक्स देते हैं, अगर वे भी सुरक्षित नहीं हैं, तो यह सरकार चलाने का कोई मतलब नहीं रह जाता। इस तरह बिहार में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। हाल के दिनों में राज्य के अलग-अलग जिलों से हत्या की कई चौंकाने वाली घटनाएं सामने आई हैं। इनमें व्यापारी, बुजुर्ग और आम लोग भी निशाना बने हैं।
पटना में गोपाल खेमका की हत्या कर दी गई। जबकि सीवान में 4 जुलाई को 3 लोगों की तलवार से काटकर हत्या की गई। इसके अलावा 3 जुलाई को बेगूसराय में एक स्वर्ण व्यवसायी की अपहरण के बाद हत्या और मधेपुरा में शाम को बुजुर्ग पति-पत्नी की गला रेतकर हत्या कर दी गई।
वहीं, समस्तीपुर में पंचायत समिति सदस्य मंजू देवी के पति को बदमाशों ने गोली मार दी। इन 7 हत्याओं से बिहार पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है। बिहार में हत्याओं के एनसीबी के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार 2001 में प्रति लाख आबादी पर हत्या की दर 4.4 थी, जो 2024 में घटकर 2.1 हो गई।
2022 में 2,930 हत्या के मामले दर्ज किए गए। 2023 में 2,844 हत्या के मामले दर्ज किए गए। हत्या के कारणों में 72.2 फीसदी हत्याएं निजी विवादों (जमीन विवाद, प्रेम प्रसंग, अवैध रिश्ते) के कारण हुईं। वहीं, साल 2025 में पटना जिले में जनवरी-जून 2025 तक 175 हत्याएं दर्ज की गई, जिसमें हर 25 घंटे में एक हत्या का औसत है।