Meerut building collapse: तीन मंजिला मकान गिरने से एक ही परिवार के 10 की मौत और 5 घायल, जाकिर कॉलोनी में मातम पसरा, शवों को देखकर हर किसी की आंख से आंसू निकले?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 16, 2024 06:08 PM2024-09-16T18:08:01+5:302024-09-16T18:09:22+5:30
Meerut building collapse: मेरठ के प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने हादसे के पीड़ितों से आज मुलाकात की और घटनास्थल का जायजा भी लिया।
Meerut building collapse:उत्तर प्रदेश के मेरठ में तीन मंजिला मकान गिरने से एक ही परिवार के 10 लोगों की मौत होने के बाद घनी आबादी वाली जाकिर कॉलोनी में मातम पसरा हुआ है। प्रशासन के अनुसार, मेरठ में जाकिर कॉलोनी में तीन मंजिला मकान गिरने से रविवार को एक ही परिवार के 10 लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए। मेरठ के प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह ने हादसे के पीड़ितों से आज मुलाकात की और घटनास्थल का जायजा भी लिया। पीड़ितों के परिजनों को सरकार की ओर से आर्थिक मदद के सवाल पर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि जान की कोई कीमत नहीं होती।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऐसी घटनाओं को लेकर बहुत संवदेनशील हैं और उनके ही निर्देश पर वह यहां आए हैं। उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार को मदद दी जाएगी। इस दौरान जिलाधिकारी दीपक मीणा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विपिन टांडा, महापौर हरिकांत अहलूवालिया व कैंट से विधायक अमित अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
कांग्रेस इमरान मसूद ने मेरठ में मकान गिरने से हुए हादसे में मृतकों एवं घायलों के परिवार वालों से सोमवार को मिलकर दुःख व्यक्त किया और उनके प्रति संवेदना प्रकट करते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। इस दौरान स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किया गया। विरोध करने वालों में शामिल स्थानीय समाज सेवक बाबू भाई ने सांसद का विरोध करते हुए कहा कि वह सांसद हैं, उनकी पार्टी ने हादसे के शिकार लोगों के बारे में क्या घोषणा की है ? सहारनपुर से लोकसभा सदस्य मसूद ने इस दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा, “ यह एक आपदा है जो इस परिवार पर आईं है।
सरकार को पीड़ित परिवार की हर सम्भव मदद करनी चाहिए।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को पूरी घटना की जानकारी दी जाएगी और पार्टी स्तर पर हर संभव मदद की जायेगी। कांग्रेस सांसद मसूद पीड़ित परिवार से मिलने के बाद दुर्घटना स्थान पर गये तथा स्थानीय लोगों से हादसे की जानकारी ली।
हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के शव रविवार को जब जाकिर कॉलोनी पहुंचे तो एक साथ इतने शवों को देखकर हर किसी की आंख से आंसू निकल रहे थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि कब्रिस्तान में पहली बार एक साथ इतने शव लाए गए थे, जिन्हें देर शाम सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इससे पहले जनाजे में जन सैलाब उमड़ पड़ा।
हादसे के कारण केवल जाकिर कॉलोनी ही नहीं, बल्कि आसपास के इलाकों की दुकानें और बाजार बंद रहे। पीड़ित परिवार के रिश्तेदारों ने बताया कि हादसे के समय घर में 15 लोग मौजूद थे। रविवार देर शाम को प्रदेश के ऊर्जा राज्य मंत्री एवं क्षेत्र के विधायक सोमेंद्र तोमर भी पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचे। राज्य मंत्री ने पीड़ित परिवार को हरसंभव सरकारी मदद दिलाने का आश्वासन दिया है।
हादसे में अपने पिता साजिद (40) और बहन सानिया (15) को खो चुकी सात वर्षीय रिया घटना के बाद से गुमसुम है। रिया ने अपने सामने अपना तीन मंजिला मकान गिरते हुए देखा था। मीडियाकर्मियों द्वारा सवाल पूछे जाने पर रिया इतना कहते हुए रोने लगती है कि घटना के समय वह घर के बाहर खेल रही थी और घर के अंदर अम्मी-अब्बू और परिवार के बाकी लोग थे।
हादसे में जख्मी रिया की अम्मी शायमा अब भी अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रही हैं। साजिद के रिश्तेदार हाफिज शाहरुख ने कहा कि घटना के बाद उन्हें और बाकी रिश्तेदारों को यह समझ ही नहीं आ रहा था कि अपने घायल रिश्तेदारों को संभालें या मारे गए रिश्तेदारों को सुपुर्द-ए-खाक करने का इंतजाम करें।
पड़ोसी नसीम ने बताया कि अचानक से तेज धमाका हुआ और धूल के गुब्बार उड़े तथा देखते देखते-तीन मंजिला इमारत मलबे में तब्दील हो गई। इलाके में अंधेरा छा गया। बताया जा रहा है कि हादसे में मारी गई नदीम की पत्नी फरहाना (27) सात माह की गर्भवती थी।