विकास दुबे के पिता ने अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने से किया इनकार, मां ने कहा- विकास से हमारा कोई रिश्ता नहीं है
By अनुराग आनंद | Published: July 10, 2020 07:42 PM2020-07-10T19:42:12+5:302020-07-10T19:42:12+5:30
विकास दुबे की मां ने कहा कि मैं विकास को नहीं जानती हूं, उससे मेरा कोई रिश्ता नहीं है।
नई दिल्ली:कानपुर मुठभेड़ (Kanpur Encounter) के 8 दिन बाद अब तक इस मामले के मुख्य आरोपी विकास दुबे (Vikas Dubey dead) समेत 6 अपराधी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। अब विकास के पिता ने मीडिया से कहा है कि "हमें किसी ने बताया कि हमारा बेटा मारा गया है हमने कहा ठीक किया गया। इसके बाद एक सवाल पूछे जाने पर कि क्या आप उसके अंतिम संस्कार पर जाएंगे?
विकास के पिता ने कहा कि मैं उसके अंतिम संस्कार पर क्यों जाऊं। हमारा कहा वो मानता तो आज इस दशा को क्यों प्राप्त होता। उसने हमारी कभी मदद नहीं की।"
इसके अलावा, द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की मानें तो विकास की मां ने भी शव लेने से इनकार कर दिया है। विकास की मां ने मीडिया से यह कहते हुए बात करने से इनकार कर दिया कि मैं विकास को नहीं जानती हूं। इसके साथ ही विकास की मां ने कहा कि उससे मेरा कोई रिश्ता नहीं है। विकास की मां इस समय लखनऊ में है, उन्होंने कहा कि मैं कानपुर नहीं जाऊंगी।
घरवालों के नहीं पहुंचने पर समाजिक संगठन आया सामने-
बता दें कि अपराधी विकास के पोस्टमॉर्टम होने तक कोई भी उसके परिवार का शव लेने के लिए नहीं पहुंचा था। नियम मुताबिक, परिवार के किसी सदस्य को पोस्टमॉर्टम के समय मौजूद रहना चाहिए था, लेकिन उसके परिवार से कोई नहीं आया था।
ऐसे में विकास के अंतिम संस्कार के लिए यदि परिवार के लोग आगे नहीं आते हैं तो समाज कल्याण सेवा समिति के अध्यक्ष धनी राम पैंथर ने कहा कि वह विकास का अंतिम संस्कार करेंगे। अब तक करीब 8500 लावारिस शवों का दाह-संस्कार करा चुके पैंथर ने आईएएनएस से कहा कि अगर उसका कोई परिजन शव को लेने नहीं आता है हमारी संस्था विकास का दाह-संस्कार करेगी।
विकास दुबे एनकाउंटर मामले में एसटीएफ ने जारी किया बयान-
विकास दुबे एनकाउंटर केस में यूपी STF ने बयान जारी किया है। बयान के अनुसार, पशुओं का एक झुंड सामने आ गया था, जिससे हादसा हुआ। इसका फायदा उठाकर विकास भागने लगा, पुलिस ने विकास दुबे को पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह फायरिंग करता रहा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में हुई मौत।
बता दें कि अब भी इस मामले में कई आरोपी फरार हैं। मुख्य आरोपी विकास दुबे कई दिनों से पुलिस से छिपकर भाग रहा था। उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर से 9 जुलाई को पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया।
उज्जैन से कानपुर लाने के दौरान शुक्रवार सुबह कथित एनकाउंटर में उसे मारा गया है। पुलिस की मानें तो कानपुर गोलीकांड का मास्टरमाइंड विकास दुबे (Vikas Dubey) को कानपुर ला रही एसटीएफ के काफिले की गाड़ी आज (10 जुलाई) को दुर्घटनाग्रस्त हो गई है।
ये हादसा कानपुर टोल प्लाजा से 25 किलोमीटर दूर हुआ है। जो गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई है, उसमें विकास दुबे भी सवार था। बताया जा रहा है कि जैसे ही गाड़ी पलटी विकास दुबे ने बंदूक छीनकर भागने की कोशिश की।
इसी दौरान पुलिस ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे पर फायरिंग की और मार गिराया। जिसके बाद विकास दुबे के शव को अस्पताल ले जाया गया है। विकास दुबे के मारे जाने की खबर की पुलिस ने भी अधिकारिक पुष्टी की है।
इस मामले में अब तक अलग-अलग धारा के तहत 10 लोगों की हुई गिरफ्तारी व 12 इनामी फरार हैं-
बता दें कि कानपुर शूटआउट मामले में अब तक 3 लोग गिरफ्तार हुए हैं और 120 बी के अंदर 7 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। इस मामले से जुड़े 12 इनामी बदमाश वांछित चल रहे हैं। कुल 6 लोगों की पुलिस के साथ मुठभेड़ में अब तक हत्या हुई है। इस बात की जानकारी उत्तर प्रदेश के ADG (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने दी है।
बता दें कि पुलिस ने बताया है कि विकास दुबे की गाड़ी के एक्सीडेंट होने के बाद वह शुक्रवार सुबह को भागने की कोशिश कर रही था, इस दौरान उसने पुलिस की पिस्टल छीनकर गोलीबारी की जिसके बाद एसटीएफ के जवानों ने उसे मार गिराया। इस दौरान सिविल पुलिस के 4 कर्मी घायल हुए हैं जिसमें 3 सब इंस्पेक्टर हैं, एक कांस्टेबल है और 2 STF कमांडो को गंभीर चोटें आई हैं।