'विकास दुबे की गिरफ्तारी सुनियोजित आत्मसमर्पण', शहीद सीओ देवेंद्र मिश्रा के रिश्तेदार का दावा
By स्वाति सिंह | Published: July 9, 2020 04:51 PM2020-07-09T16:51:10+5:302020-07-09T17:05:27+5:30
उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि उसने सरेंडर कर अपने आप को बचाने की ये साजिश खेली है।
लखनऊ:उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को बृहस्पतिवार सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस छह दिनों उसकी तलाश कर रही थी। वहीं, कानपुर शूटआउट में शहीद हुए सीओ देवेंद्र मिश्रा के परिजनों ने भी विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं। सीओ के रिश्तेदार कमलकांत ने कहा, 'कई अपराधी जेल से बादशाहत चला रहे हैं। 12 घंटे पहले विकास फरीदाबाद में था और तुरंत वह उज्जैन पहुंच गया। सुनियोजित तरीके से उसका समर्पण कराया गया। कौन सी पुलिस गिरफ्तारी के लिए मीडिया को लेकर जाती है।'
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा कि दुबे को ट्रांजिट रिमांड पर उत्तर प्रदेश लाया जायेगा और कानपुर कांड में शामिल दुबे के गिरोह के सभी सदस्यों को पकड़ने तक हमारा अभियान जारी रहेगा । उन्होंने कहा कि दुबे के खिलाफ कानून के तहत सख्त से सख्त कार्यवाही की जायेगी । जब उनसे यह पूछा गया कि दुबे के अलावा उज्जैन से और कौन पकड़ा गया है तो अधिकारी ने जवाब दिया कि हमें मीडिया के जरिये यह जानकारी मिली है और अभी इस बारे में कोई आधिकारिक पत्र नही मिला है ।
विपक्ष लगातार उठा रहा है सवाल
उधर, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी विकास दुबे की गिरफ्तारी पर सवाल उठाए हैं। प्रियंका ने राज्य सरकार से मामले की सीबीआई जांच की भी मांग की। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी कुछ ऐसे ही सवाल खड़े किए हैं। अखिलेश यादव ने मांग की है कि सरकार जल्दी ये सच बताए कि ये आत्मसमर्पण है या गिरफ्तारी। इसके साथ ही अखिलेश यादव ने गैंगस्टर विकास दुबे के कॉल रिकॉर्ड भी सार्वजनिक करने की मांग की है।
विकास दुबे को आज किया गया गिरफ्तार
बता दें कि अभी तक मिली जानकारी के अनुसार विकास को महाकाल प्रशासन मंदिर के सुरक्षा में लगे कर्मियों और कुछ अन्य लोगों ने पहचाना। बाद में पूछे जाने पर उसने खुद ही खुलासा कर दिया। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। विकास दुबे पर कानपुर में पिछले हफ्ते 8 पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश का आरोप है। पिछले 2 जुलाई की रात की इस घटना के बाद से वह फरार चल रहा था। उस पर पुलिस ने 5 लाख रुपये तक कर दिया गया। इससे पहले गुरुवार सुबह विकास के दो और गुर्गे पुलिस द्वारा मारे गए।