मुठभेड़ के डर से दिल्ली में सरेंडर कर सकता है कानपुर का डॉन विकास दुबे, पुलिस ने भी कर ली है दबोचने की तैयारी
By पल्लवी कुमारी | Published: July 7, 2020 02:43 PM2020-07-07T14:43:08+5:302020-07-07T14:56:01+5:30
kanpur Encounter: कानपुर में मुठभेड़ दो और तीन जुलाई की रात तकरीबन एक से डेढ़ बजे के बीच हुआ। पुलिस की टीम हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए उसके बिकरू गांव गई थी। जैसे ही पुलिस की एक टीम के विकास दुबे के घर के पास पहुंची, उसी दौरान छत से पुलिस पर फायरिंग हुई। जिसमें आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के कानपुर मुठभेड़ (Kanpur Encounter) का मास्टरमाइंड मोस्टवांटेड गैंगस्टर विकास दुबेदिल्ली में सरेंडर कर सकता है। खबर आ रही है कि विकास दुबे दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में छिपा हो सकता है और यहीं से वह सरेंडर भी कर सकता है। कानपुर मुठभेड़ के चार दिन से ज्यादा हो गए हैं लेकिन यूपी पुलिस की गिरफ्त से अब भी वो बाहर है। न्यूज 18 ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि गैंगस्टर विकास दुबे दिल्ली कोर्ट में सरेंडर ना कर पाए इसके लिए पुलिस ने भी तैयारी पूरी की है। यूपी पुलिस की 2 टीमें दिल्ली में तैनात कर दी गई हैं। इसके साथ ही पुलिस उन सभी संभावित जगहों नजर रखे हुए हैं जहां से वह दिल्ली के कोर्ट में सरेंडर करने आ सकता है। दिल्ली स्थित कोर्ट के आसपास पुलिस अलर्ट कर दी गई है।
विकास दुबे की गिरफ्तारी को लेकर यूपी पुलिस दिल्ली पुलिस से भी संपर्क बनाए हुए है। विकास दुबे को इस बात का डर है कि उत्तर प्रदेश में इसका एनकाउंटर हो सकता है।
कानपुर शूटआउट मामले में अब-तक चार पुलिसकर्मी सस्पेंड
कानपुर शूटआउट मामले में अब तक चार पुलिसकर्मी निलंबित किए जा चुके हैं। सोमवार (6 जुलाई) को तीन और पुलिस कर्मी निलंबित किए गए। उसके पहले चौबेपुर थानाध्यक्ष को भी निलंबित कर दिया गया था। वहीं बीती रात (6 जुलाई) इस मामले में पुलिस लाईन से 10 कॉन्स्टेबल को चौबेपुर थाना ट्रांसफर कर दिया गया है।
निलंबित होने वालों में उपनिरीक्षक कुंवरपाल, उपनिरीक्षक कृष्ण कुमार शर्मा और कांस्टेबल राजीव हैं। ये सभी चौबेपुर थाने में तैनात थे। तीनों के खिलाफ प्रारंभिक जांच शुरू कर दी गयी है। उन्होंने बताया कि इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी और अगर जांच के दौरान उनकी भूमिका या साजिश सामने आयी तो उनके खिलाफ आगे कार्रवाई की जाएगी।
पहले विकास दुबे पर पचास हजार रुपये का इनाम था जिसे बाद में बढ़ाकर एक लाख रुपये किया गया और 6 जुलाई को इसे बढ़ाकर ढाई लाख रुपये कर दिया गया।
जानें कानपुर मुठभेड़ (Kanpur Encounter) में क्या हुआ?
उत्तर प्रदेश के कानपुर में पुलिस की एक टीम ने दो और तीन जुलाई की मध्य रात्रि (एक से डेढ़ बजे के करीब) को चौबेपुर पुलिस थाने के अंतर्गत बिकरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी करने पहुंची। उसी दौरान मुठभेड़ हो गई। जैसे ही पुलिस का एक दल हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के घर के पास पहुंचने ही वाला था।
उसी दौरान एक इमारत की छत से पुलिस दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की गई। ये सब इतनी जल्दीबाजी में हुआ कि पुलिस को संभलने का मौक नहीं मिला। जिसमें पुलिस उपाधीक्षक सहित उत्तर प्रदेश पुलिस के आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। आठ पुलिस कर्मी घायल हैं, जबकि दो अपराधी भी इस दौरान मारे गए। शहीद होने वालों में पुलिस उपाधीक्षक एस पी देवेंद्र मिश्रा, तीन उप निरीक्षक और चार कॉन्स्टेबल थे।