विकास दुबे के गिरफ्तार साथी ने खोले कानपुर शूटआउट के कई राज, कहा- 'पुलिस स्टेशन से फोन आने पर बुलाए थे 25-30 लोग'
By पल्लवी कुमारी | Published: July 5, 2020 12:27 PM2020-07-05T12:27:14+5:302020-07-05T12:32:46+5:30
kanpur Encounter: कानपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद मुख्य आरोपी विकास दुबे के साथी दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया है। बिकरू गांव में पुलिस टीम पर हुए हमले की वारदात में दयाशंकर अग्निहोत्री विकास दुबे के साथ था। दयाशंकर अग्निहोत्री पर भी यूपी पुलिस ने 25 हजार रुपये का इनाम रखा था।
कानपुर:कानपुर में मुठभेड़ (kanpur Encounter) में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के साथ पुलिस पर फायरिंग करने वाले आरोपियों में से एक दयाशंकर अग्निहोत्री की गिरफ्तारी हुई है। दयाशंकर अग्निहोत्री ने गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में पुलिस के सामने कई खुलासे किए हैं। दयाशंकर अग्निहोत्री ने पुलिस को बताया कि विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से फोन आया था, जिसके बाद उसने अपने घर में 25-30 लोगों को बुलाया गया था। दयाशंकर ने बताया विकास दुबे किसी के फोन आने के बाद काफी अलर्ट हो गया था। जिसके बाद उसने फोन कर फौरन अपने घर में 25-30 लोगों को बुला लिया। उसने यह भी बताया कि जेसीबी से रास्त रोकने का प्लान भी विकास दुबे का था। 2 और 3 जुलाई की रात हुई कानपुर में मुठभेड़ में पुलिस के आठ जवान शहीद हो गए हैं।
दयाशंकर अग्निहोत्री ने कहा, विकास दुबे को पुलिस स्टेशन से एक फोन आया था। जिसके बाद उसने लगभग 25-30 लोगों को बुलाया। उसने पुलिस कर्मियों पर गोलियां चलाईं। मुठभेड़ के समय मैं घर के अंदर बंद था, इसलिए मैंने कुछ भी नहीं देखा।
He(Vikas Dubey) received a phone call from police station before the police came to arrest him. Following this, he called around 25-30 ppl. He fired bullets on police personnel. I was locked inside the house at the time of encounter therefore saw nothing: Daya Shankar Agnihotri pic.twitter.com/TStRY1fz8B
— ANI UP (@ANINewsUP) July 5, 2020
विकास दुबे ने की थी पुलिस पर फायरिंग: पूछताछ में दयाशंकर अग्निहोत्री ने बताया
पुलिस की शुरुआती पूछताछ में दयाशंकर ने बताया है कि विकास दुबे और इसके सभी साथी घात लगाकर गांव (बिकरू गांल) में बैठे थे और पुलिस टीम के पहुंचने के बाद विकास ने खुद भी उनपर फायरिंग की थी। हालांकि दयाशंकर ने पुलिस को फिलहाल इस बात की जानकारी नहीं दी है कि पुलिस स्टेशन से किस शख्स ने विकास को फोन किया था, जिसके बाद वह अलर्ट हुआ। घटना के बाद विकास और उसके साथ कैसे भागे, इसे लेकर भी पुलिस दयाशंकर से कड़ी पूछताछ कर रही है।
विकास दुबे के कॉल डिटेल में पुलिस वालों के नंबर
कानपुर मुठभेड़ मामले में पुलिस ने चौबेपुर के एसओ (SO) विनय तिवारी को 4 जुलाई को सस्पेंड कर दिया। यूपी एसटीएफ (STF)विनय तिवारी से पूछताछ कर रही है। एसओ विनय तिवारी पर मुखबिरी का शक है।
विकास दुबे के फोन की कॉल डिटेल में कुछ पुलिसवालों के नंबर भी सामने आए हैं। जिन्होंने मुठभेड़ से पिछले 24 घंटे के भीतर विकास दुबे से बात की थी। पुलिस ने इसी शक में चौबेपुर के एसओ (SO) विनय तिवारी को सस्पेंड किया है। कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस इस मामले में एक दारोगा, एक सिपाही और एक होमगार्ड से भी पूछताछ कर रही है।
यूपी STF की 20 से ज्यादा टीम और 3 हजार पुलिस कर रही है विकास दुबे की तलाश
कानपुर में मुठभेड़ का मास्टरमाइंड कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे गिरफ्तार करने के लिए उत्तर प्रदेश में एसटीएफ की 20 टीमें और तीन हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी लगाए गए हैं। विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए नोएडा से लेकर नेपाल बॉर्डर तक अलर्ट कर दिया गया है।
पुलिस ने विकास दुबे के बारे में सूचना देने वालों को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की थी। पहले यह रकम 50 हजार थी, जिसे पुलिस ने बढ़ाकर एक लाख कर दिया है। पुलिस ने इस घटना में शामिल अन्य 18 आरोपियों पर 25-25 हजार का इनाम रखा है।
कानपुर मुठभेड़( kanpur Encounter) में क्या हुआ?
कानपुर में मुठभेड़ दो और तीन जुलाई की रात तकरीबन एक से डेढ़ बजे के बीच हुआ। पुलिस की टीम हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए उसके घर बिकरू गांव गई थी। जैसे ही पुलिस की एक टीम के घर के पास पहुंची, उसी दौरान छत से पुलिस पर र अंधाधुंध गोलीबारी की गई। जिसमें प्रदेश पुलिस (UP Police) के आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
शहीद होने वाले पुलिसकर्मियों में बिल्हौर के क्षेत्राधिकारी डिप्टी एसपी देवेंद्र मिश्रा (54), थानाध्यक्ष शिवराजपुर महेश कुमार यादव (42), सब इंस्पेक्टर अनूप कुमार सिंह (32), सब इंस्पेक्टर नेबू लाल (48), कांस्टेबिल जितेंद्र पाल (26), सुल्तान सिंह (35), बबलू कुमार (23) और राहुल कुमार (24) शामिल हैं।