योगी राज में अब मेरठ में साधु की पीट-पीटकर हत्या, भगवा रंग का गमछा डालने का उड़ाया गया था मजाक
By पल्लवी कुमारी | Published: July 15, 2020 01:54 PM2020-07-15T13:54:26+5:302020-07-15T13:54:26+5:30
मेरठ में साधु की हत्या से कुछ महीने पहले बुलंदशहर में एक साधु की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। वहीं महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं की हत्या पर तो काफी विवाद भी हुआ था।
मेरठ: उत्तर प्रदेश के जिला मेरठ में एक साधु की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि साधु की हत्या करने वाले आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या का आरोप एक विशेष समुदाय के लोगों पर है। साधु मेरठ के भावनपुर इलाके के शिव मंदिर में रहता था। स्थानीय लोगों ने साधु के शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जिससे इलाके में तनाव जैस माहौल है।
नवभारत टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक घटना मेरठ के भावनपुर की है। अब्दुलापुर बाजार में एक शिव मंदिर हैं जिसमें गांव के कांति प्रसाद (साधु, जिसकी हत्या हुई) की दुकान थी और वह मंदिर कमिटी के उपाध्यक्ष भी थे। वह मंदिर की साफ-सफाई के साथ पुजारी का काम भी देखते थे। साधु कांति गले में हमेशा भगवा रंग का गमछा पहनते थे और पीले रंग का कपड़ा पहनते थे। सोमवार (13 जुलाई) को साधु कांति गंगानगर में बिजली का बिल जमा करने गए थे।
भगवा रंग के गमछे को लेकर की गई कथित धार्मिक टिप्पणी
आरोप लगा है कि उसी दौरान जब साधु कांति बिजली बिल जमाकर के लौट रहे थे तो सिटी के पास गांव के ही अनस कुरैशी नाम के शख्स ने कांति के भगवा गमछे को लेकर कथित धार्मिक टिप्पणी की और मजाक उड़ाया था।
साधु कांति ने धार्मिक टिप्पणी और मजाक का विरोध किया। जिसके बाद दोनों ओर से बहसबाजी तेज हो गई। आरोप है कि अनस ने उसके बाद कांति की सड़क पर ही पिटाई शुरू कर दी। साधु को पीटने के बाद अनस वहां से भाग गया। किसी तरह कांति वहां से गांव में पहुंचे और अनस के घर जाकर इसकी शिकायत की।
शिकायत करते घर पर गए कांति तो फिर की पिटाई
कांति अनस के घर पर शिकायत करने के बाद निकल ही रहे थे कि उतने में फिर से अनस वहां आ गया। आरोप है कि उसके बाद अनस ने फिर वहां अपने घरवालों के साथ मिलकर साधु की पिटाई की। जिसके बाद अनस वहां से भाग निकला।
कांति की पिटाई के बारे में परिजनों को पता चला तो वह उनको लेकर फौरन थाने शिकायत करने गए। तबतक साधु कांति की हालत काफी खराब हो गई थी। जिसके बाद घरवाले कांति को लेकर अस्पताल गए, जहां इलाज के दौरान साधु की मंगलवार (14 जुलाई) मौत हो गई।
लेकिन अपनी मौत के पहले साधु कांति ने पुलिस को अनस के खिलाफ बयान दिया था। जिसपर पुलिस ने अनस के खिलाफ धार्मिक टिप्पणी करने, मारपीट और हत्या के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली।
साधु कांति की मौत के बाद मेरठ के कई हिंदू संगठन ने पुलिस थाने में पहुंचकर हंगामा किया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी अनस को गिरफ्तार कर लिया है।