यूपी: पंचायत के फैसले के बाद लड़की ने लगाई आग, भाई ने की शिकायत- रिश्तेदार ने रेप के बाद बहन को जिंदा जलाया
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: December 15, 2019 02:08 PM2019-12-15T14:08:03+5:302019-12-15T14:08:03+5:30
डीएम संजीव सिंह ने कहा, ''प्रारंभिक जांच में पता चला है कि लड़की और आरोपी पिछले दो वर्षों से संबंध में थे, जिसे लेकर शनिवार को पंचायत बैठाई गई थी। दोनों एक दूसरे से दूर रहने के लिए निर्देश दिया गया था। दुखी होकर लड़की ने खुद को आग लगा ली। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।''
उत्तर प्रदेश के फतेहपुर की लड़की के जलने की जिस घटना को उन्नाव कांड के जैसा करार दिया जा रहा है, असल में, उसकी एकदम अलग कहानी सामने आ रही है। बता दें कि 18 वर्ष की एक लड़की ने रिश्तेदार के साथ संबंध रखने को लेकर सुनाए गए पंचायत के फैसले के बाद कथित तौर पर खुद को आग लगा ली।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, पंचायत ने लड़की और उसके 25 वर्षीय रिश्तेदार को संबंध खत्म करने का निर्देश सुनाया था। पंचायत ने यह भी कहा था कि जब तक लड़की की शादी नहीं हो जाती, उसका रिश्तेदार गांव से दूर रहेगा।
हालांकि, लड़की के भाई ने पुलिस में जो प्राथमिकी दर्ज कराई है, उसमें कहा गया है कि रिश्तेदार ने उसकी बहन का शुक्रवार को बलात्कार किया और अगले दिन उसको आग के हवाले कर दिया।
फिलहाल लड़की की हालत नाजुक बताई जा रही है। उसका शरीर 70 फीसदी तक झुलस चुका है। कानपुर के एक अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। रिश्तेदार फरार बताया जा रहा है। उसके खिलाफ पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धार 376 (रेप) और 307 (जान से मारने की कोशिश करना) में मामला दर्ज किया है।
प्रयागराज मंडल के एसपी, एडीजी और डीआईजी और फतेहपुर के डीएम संजीव सिंह ने क्रमश: गांव का दौरा किया, उन्होंने कहा कि लड़की ने तब खुद को आग ली जब पंचायत ने अपना फैसला सुनाया, जिसमें रिश्तेदार, उसके माता-पिता और अन्य गांव वाले मौजूद थे।
डीएम संजीव सिंह ने कहा, ''प्रारंभिक जांच में पता चला है कि लड़की और आरोपी पिछले दो वर्षों से संबंध में थे, जिसे लेकर शनिवार को पंचायत बैठाई गई थी। दोनों एक दूसरे से दूर रहने के लिए निर्देश दिया गया था। दुखी होकर लड़की ने खुद को आग लगा ली। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है।''
उन्होंने आगे कहा, ''पंचायत में फैसला लिया गया कि जब तक कि लड़की की शादी नहीं हो जाती, आरोपी गांव से दूर रहेगा। लोग तब तक तितर-बितर भी नहीं हुए थे कि सुबह के करीब दस बजे लड़की अपने घर चली गई। जो लोग पंचायत में मौजूद थे, उन्होंने अचानक लड़की के घर से धुआं उठते हुए देखा। वे घर की तरफ दौड़े जहां लड़की आग की लपटों से घिरी थी। उसे स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गाया।''
प्रयागराज मंडल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सुजीत पांडेय ने कहा, ''जब लड़की चली गई तो पंचायत खत्म हो गई या होने वाली थी। जब लोगों ने उसके घर से धुआं उठते हुए देखा तो उसकी मां और कुछ महिलाएं दौड़ीं जहां वह जल रही थी। आग बुझाई गई। हमें बताया गया है कि जब आग लगी, तब आरोपी और उसके माता-पिता पंचायत में मौजूद थे। हम इसकी जांच करेंगे।"
पुलिस के द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक, लड़की के भाई ने शुरू में एक शिकायत दर्ज कराई थी कि रिश्तेदार ने बहन के साथ बलात्कार किया और उसने खुद को आग लगा ली लेकिन जब जांच शुरू हुई तो उसने एक और शिकायत दर्ज कराई कि उसके रिश्तेदार ने भी उसे आग लगाई।
बयान में कहा गया, ''आरोपी शादी करने के लिए राजी था लेकिन दोनों परिवारों वे मना कर दिया क्योंकि दोनों रिश्तेदार थे। दोनों को कसम दिलाई गई कि वे फिर कभी नहीं मिलेंगे।''
प्रयागराज रेंज के डीआईजी कविंद्र प्रसाद सिंह ने दावा किया कि प्ररंभिक जांच में पता चला कि युवक निर्दोष है और उसे जांच के बाद की गिरफ्तार किया जाएगा।
इसी बीच, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ट्वीट कर पीएम मोदी से महिला सुरक्षा को लेकर चुप्पी तोड़ने को कहा।