यूपी-बिहार हत्या के मामलों में नंबर एक पर, जानें NCRB रिपोर्ट में आपके राज्य का क्राइम ग्राफ क्या है?
By पल्लवी कुमारी | Published: October 22, 2019 10:25 AM2019-10-22T10:25:36+5:302019-10-22T10:25:36+5:30
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) रिपोर्ट 2017: इसमें कहा गया कि हत्या के अधिकतर मामले में 'विवाद' (7898) एक बड़ा कारण था। इसके बाद 'निजी रंजिश' या 'दुश्मनी' (4660) और 'फायदे' (2103) के लिए भी हत्याएं हुईं।
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड्स ब्यूरो (NCRB) ने सोमवार (21 अक्टूबर) को साल 2017 में हुए अपराध संबंधी रिपोर्ट जारी कर दी है। करीब एक साल की देरी के बाद 2017 के लिए वार्षिक अपराध का आंकड़ा जारी किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 में हत्या के मामलों में 5.9 प्रतिशत की गिरावट आयी। एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक 2017 में हत्या के 28653 मामले दर्ज किए गए जबकि 2016 में 30450 मामले सामने आए थे। इसमें कहा गया कि हत्या के अधिकतर मामले में 'विवाद' (7898) एक बड़ा कारण था। इसके बाद 'निजी रंजिश' या 'दुश्मनी' (4660) और 'फायदे' (2103) के लिए भी हत्याएं हुईं।
उत्तर प्रदेश और बिहार में हत्या के सबसे ज्यादा मामले
हत्याओं के मामले में साल 2016 से 2017 के दौरान उत्तर प्रदेश और बिहार में सबसे ज्यादा मामले देखने को मिले। यूपी में इस दौरान 4,324 हत्या के केस दर्ज हुए हैं। 2016 में हत्या के कुल 4889 मामले दर्ज हुए थे। हालांकि ये आंकड़े साल 2017 के आंकड़े पिछले साल की तुलना में कम हैं, लेकिन 2017 की रिपोर्ट में सबसे आगे है।
मर्डर केस में यूपी के बाद दूसरे नंबर पर आता है बिहार। बिहार में 2017 में 2803 हत्या के मामले दर्ज किए गए हैं। 2016 में ये आकड़ा 2581 था। तीसरे नंबर पर है, महाराष्ट्र।महाराष्ट्र में हत्या के 2103 मामले सामने आए, जबकि 2016 में 2299 केस दर्ज हुए थे।
किस राज्य में विवाद की वजह से कितने मर्डर हुए
विवाद की वजह से यूपी में 1,051 हत्या हुई। बिहार में 993, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में विवाद की वजह से 824 हत्याएं हुई। दिल्ली में 144 हत्या के मामले दर्ज किए गए हैं।
जमीनी विवाद की वजह से बिहार में 939 हत्या के मामले और यूपी में 313 मामले दर्ज किए गए है।
अपहरण के मामलों में नौ प्रतिशत की बढ़ोतरी
आंकड़े के मुताबिक 2017 में देश भर में संज्ञेय अपराध के 50 लाख से ज्यादा मामले दर्ज किए गए। इस तरह 2016 में 48 लाख दर्ज प्राथमिकी की तुलना में 2017 में 3.6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई। वर्ष 2017 में अपहरण के मामलों में नौ प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गयी। उससे पिछले साल 88008 मामले दर्ज किए गए थे जबकि 2017 में अपहरण के 95893 मामले दर्ज किए गए थे।
महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध में बढ़ोतरी
2017 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 3,59,849 मामले दर्ज किए गए। महिलाओं के खिलाफ अपराधों में लगातार तीसरे साल बढ़ोतरी हुई है। महिलाओं के खिलाफ हुए अपराध में नंबर एक पर 56,011 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश है। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र, जहां 31,979 मामले देखने को मिले हैं। पश्चिम बंगाल 30,002 मामले महिलाओं के खिलाफ हुए हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश में 29,778, राजस्थान में 25,993 और असम में 23,082 मामले दर्ज किए गए।