देवबंद से पकड़े गए जैश के संदिग्ध आतंकियों का पुलवामा हमले के मास्टरमाइंड से था कनेक्शन, पूछताछ में कई खुलासे
By पल्लवी कुमारी | Published: February 25, 2019 03:58 PM2019-02-25T15:58:56+5:302019-02-25T15:58:56+5:30
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के देवबंद से पकड़े गए जैश ए मोहम्मद के दोनों संदिग्ध आतंकी शाहनवाज और आकिब जैश—ए—मोहम्मद के सक्रिय सदस्य हैं और दोनों को इस तंजीम में नए सदस्यों की भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश भेजा गया था। दोनों संदिग्ध आतंकवादियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है।
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के देवबंद से पकड़े गए जैश ए मोहम्मद के दोनों संदिग्ध आतंकियों से उप्र के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश सिंह ने रविवार को करीब चार घंटे तक गंभीरता से पूछताछ की। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, इन दोनों संदिग्ध आतंकियों ने इस बात को कबूला है कि वो जैश के आतंकी हैं। उन्होंने पुलिस को ये भी बताया है कि उनके लिंक और पहचान जैश ए मोहम्मद के टॉप कमांडर अब्दुल राशिज गाजी है। ये वही अब्दुल राशिद गाजी है, जिसने 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले की प्लानिंग की थी। जिसके बाद भारतीय सेना ने दावा किया था कि पुलवामा में हुए मुठभेड़ में सेना के जवानों ने गाजी को मार गिराया है।
देवबंद से पकड़े गए जैश के संदिग्ध आतंकियों के ऑडियो मैसेज भी आए सामने
उप्र एटीएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रविवार रात को बताया कि डीजीपी ओपी सिंह ने दोनों संदिग्ध आतंकियों शाहनवाज और आकिब अहमद से 4 घंटे तक पूछताछ की तथा इसके बाद कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह से बात की।
जांच के बाद दोनों युवकों में से एक के कुलगाम के शाहनवाज तेली और पुलवामा के अब्दुल अकीब मल्लिक से भी ऑडियो मैसेज करने का दावा किया है। जिसमें उन्हें कुछ "बड़ा नाम" (कुछ बड़ा) और "समन" के बारे में बात करते हुए सुना गया है।
आरोपी बीबीएम और वर्चुअल नंबरों का कर रहे थे प्रयोग
एटीएस के मुताबिक, दोनों आरोपियों के मोबाइल फोन की जांच शुरू की गयी। इसमें महत्वपूर्ण जानकारी और सबूत मिले हैं। पूछताछ में इस मॉड्यूल के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के आधार पर और गिरफ्तारियां सम्भव हैं। पूछताछ में पता चला है कि आरोपी बीबीएम और वर्चुअल नंबरों का प्रयोग कर रहे थे। यह एक ऐसा ऐप है जो प्ले स्टोर पर नहीं है। इसे मैसेजिंग के लिए प्रयोग कर रहे थे। मैसेजिंग में हथियारों के मूवमेंट और बड़ी घटना करने की तैयारी करने की जानकारी पूछताछ में मिली है।
कौन हैं गिरफ्तार हुए दोनों संदिग्ध आतंकी
शाहनवाज ने बीए प्रथम वर्ष और कंप्यूटर कोर्स पूरा कर लिया है, जबकि अकिब ने बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण की है। शाहनवाज के पिता एक बढ़ई और बड़े भाई एक शिक्षक हैं। अकिब के पिता एक किसान हैं। एटीएस उन अन्य छात्रों से भी पूछताछ करेगी, जो दोनों के साथ रह चुके थे। पुलिस महानिदेशक ने बताया था कि शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि शाहनवाज और आकिब जैश—ए—मोहम्मद के सक्रिय सदस्य हैं और दोनों को इस तंजीम में नए सदस्यों की भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश भेजा गया था। दोनों संदिग्ध आतंकवादियों की उम्र 20 से 25 साल के बीच है।
प्रदेश पुलिस के आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) ने आतंकवादी संगठन जैश—ए—मोहम्मद के दो सदस्यों को शुक्रवार(22 फरवरी) को सहारनपुर के देवबंद में गिरफ्तार किया था। पुलिस महानिदेशक ओम प्रकाश सिंह ने संवाददाता सम्मेलन में बताया था कि यूपी एटीएस को दो दिन पहले सूचना मिली थी कि देवबंद में कुछ युवक छात्र बनकर आतंकवादी संगठन जैश—ए—मोहम्मद के लिए युवाओं की भर्ती कर रहे हैं। सर्विलांस की मदद से उनकी पड़ताल की गई तो शक और मजबूत हो गया। पकड़े गए युवकों के कमरे की तलाशी लेने पर उनके मोबाइल फोन, दो पिस्तौल और 30 कारतूस मिले थे।