यूपी: ATS ने पुलिस भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गिरोह के सरगना सहित 6 को किया गिरफ्तार, ऐसे कराते थे नकल
By भाषा | Published: January 28, 2019 10:53 AM2019-01-28T10:53:22+5:302019-01-28T10:53:22+5:30
गौरतलब है कि ये लोग कपड़ों में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस छिपाकर अभ्यर्थियों को नकल कराते थे। कुछ सदस्य तो परीक्षार्थी के स्थान पर खुद ही परीक्षा देते थे। इसके एवज में परीक्षार्थी से 5 लाख रूपये से लेकर 10 लाख रुपए तक लिए जाते थे।
यूपी: ATS ने पुलिस भर्ती परीक्षा में सॉल्वर गिरोह के सरगना सहित 6 को किया गिरफ्तार, ऐसे कराते थे नकल
मथुरा, 28 जनवरी (भाषा) उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) एवं स्थानीय पुलिस ने रविवार को पुलिस भर्ती परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों की मदद का प्रयास कर रहे सॉल्वर गिरोह के सरगना सहित आधा दर्जन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। ये लोग कपड़ों में छिपाए गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के जरिये, परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों का हल बताने का प्रयास कर रहे थे।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज ने रविवार को बताया, ‘‘नोएडा और आगरा की एसटीएफ और मथुरा पुलिस ने रविवार को सिपाही भर्ती परीक्षा में, प्रश्न हल कराने वाले गिरोह के छह सदस्यों को पकड़ा है। इनमें सॉल्वर गिरोह का सरगना भी शामिल है। इन लोगों के पास से मक्खी के आकार की इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, माइक्रोफोन आदि बरामद हुए हैं। इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस 20-20 हजार रुपये में खरीदी गई थी।’
उन्होंने बताया, ‘‘सॉल्वर गिरोह के लोग पहले भी पकड़े गए हैं। रविवार को सिपाही भर्ती परीक्षा में खास सावधानियां बरती जा रही थीं। खुफिया सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर परीक्षा केंद्रों पर दोनों पालियों में सॉल्वर गिरोह के छह सदस्य पकड़े गए।
एसएसपी ने बताया, ‘‘सॉल्वर गिरोह के पकड़े गए सदस्यों में बाकलपुर स्थित श्रीगोविंद सरस्वती इंटर कॉलेज से परीक्षार्थी सुनील, उसका मौसेरा भाई मुकेश, महावन के केके डिग्री कॉलेज का परीक्षार्थी डिगेंद्र, थाना रिफाइनरी क्षेत्र में गिरोह का मुखिया पवन, उसके दो अन्य साथी राजकुमार और जीवन सिंह शामिल हैं।’
उन्होंने बताया, ‘‘इन सभी को एसटीएफ की टीम आगे की कार्यवाही के लिए आगरा ले गई है। इन लोगों से पूछताछ के आधार गिरोह के अन्य सदस्यों को भी पकड़ा जाएगा। कुछ के यहां दबिश डालने के लिए टीमें भेजी जा चुकी हैं।’’
गौरतलब है कि ये लोग कपड़ों में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस छिपाकर अभ्यर्थियों को नकल कराते थे। कुछ सदस्य तो परीक्षार्थी के स्थान पर खुद ही परीक्षा देते थे। इसके एवज में परीक्षार्थी से 5 लाख रूपये से लेकर 10 लाख रुपए तक लिए जाते थे।
गिरोह के सदस्यों ने पूछताछ में बताया कि अभी तक यह लोग करीब चार दर्जन अभ्यर्थियों से वसूली कर चुके थे। पुलिस भर्ती परीक्षा में लिखित परीक्षा में पेपर हल कराने से लेकर शारीरिक परीक्षा में पास कराने के एवज में पांच से 10 लाख रुपये लिए गए थे।
एसटीएफ के मुताबिक, गिरोह करीब 50 परीक्षार्थियों से खासी रकम ऐंठ चुका है। पुलिस इन लोगों के सभी संपर्कों का पता लगाने का प्रयास कर रही है ताकि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।