पिता व सौतेली मां ने बच्चों के साथ किया अमानवीय व्यवहार, घंटों कमरे में बंद कर की पिटाई
By अनुराग आनंद | Published: February 12, 2021 08:43 AM2021-02-12T08:43:13+5:302021-02-12T08:46:47+5:30
केरल में दो बच्चों को कथित रूप से उनके पिता और सौतेली मां द्वारा एक किराए के कमरे में घंटों बंद कर रखा गया था।
नई दिल्ली:केरल के मलप्पुरम में दो नबालिग बच्चों के साथ उनके पिता और सौतेली मां ने कथित तौर पर मारपीट की। बच्चों को कथित रूप से पीटा गया और दोनों आरोपियों ने मिलकर एक किराये के कमरे में अपने दो बच्चों को अंदर ही बंद कर दिया था। यह घटना बुधवार को मलप्पुरम जिले के नीलांबुर के पास ममपद से सामने आई है।
टाइम्स नाऊ के मुताबिक, जिन बच्चों को कमरे में बंद कर उनके साथ मारपीट की गई, उन बच्चों में से एक करीब साढ़े 5 साल का है जबकि दूसरा तीन साल का है। ममपद पंचायत अधिकारियों और कुछ स्थानीय लोगों द्वारा बुधवार को सुबह 10.20 बजे किराए के आवास से लड़के और लड़की को बचाया गया।
प्रशासन ने दोनों बच्चों को बचाने के बाद नीलांबर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया। आरोपियों की पहचान थानेराज और मरियम्मा के रूप में हुई। दोनों तमिलनाडु के कदलुर के मूल निवासी हैं।
उसी इमारत में रहने वाले एक गेस्ट वर्कर ने पड़ोस के लोगों को बताकर बच्चे को बचाया-
उसी इमारत में रहने वाले एक गेस्ट वर्कर ने तीसरी मंजिल के कमरे की खिड़की खोली और बच्चों के रोने की आवाज सुनी। उस आदमी ने अपने मोबाइल फोन पर बच्चों का एक वीडियो शूट किया और उसे स्थानीय लोगों को दिखाया। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि स्थानीय लोगों ने बच्चों के बारे में पुलिस को सूचित किया और उन्हें बचा लिया गया।
बच्चों ने आरोप लगाया कि उनके पिता और सौतेली मां ने उनकी पिटाई की-
बच्चों ने आरोप लगाया कि उनके पिता और सौतेली मां ने उनकी पिटाई की। लड़की के सिर पर चोट के निशान थे। बच्चों को बचाने के बाद, पंचायत अधिकारियों ने आरोपी को काम से वापस बुला लिया। स्थानीय लोगों ने दावा किया कि आरोपी अपने काम पर जाने से पहले कमरे के अंदर दोनों बच्चों को बंद कर देते थे।
संस्थान ने कहा कि इन दोनों बच्चों की देखभाल संस्थान ही करेगा-
मलप्पुरम बाल कल्याण समिति ने बच्चों को अपने पास रख लिया है। संस्थान ने कहा कि इन दोनों बच्चों की देखभाल संस्थान ही करेगा। जिला सीडब्ल्यूसी के अध्यक्ष सजेश भास्कर ने कहा, "बच्चों की पिटाई के बाद स्पष्ट रूप से चोटें आई हैं। इसके अलावा, ऐसा लगता है कि उन्हें भोजन से वंचित किया गया था और वे बहुत कमजोर और कुपोषित हैं।"