पुणे के एक गांव को कंटेनमेंट जोन बनाए जाने की वजह से घुसने नहीं देने पर दंपति ने खा लिया जहर, पत्नी की मौत
By भाषा | Published: July 8, 2020 09:50 PM2020-07-08T21:50:08+5:302020-07-08T21:50:08+5:30
पुलिस ने बताया है कि जहरीला पदार्थ खाने के बाद महिला की मौत हो गयी जबकि पति का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
पुणे: महाराष्ट्र में पुणे के पास कोविड-19 निषिद्ध क्षेत्र घोषित किए जाने के कारण एक गांव में प्रवेश से मना करने पर एक दंपति ने जहरीला पदार्थ खा लिया। घटना में 40 वर्षीय महिला की मौत हो गयी जबकि उसका पति अस्पताल में भर्ती है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि घटना मंगलवार शाम में हुई जब दंपति की वहां ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी से बहस हो गयी।
पुणे जिले की जुनार तहसील के तहत उम्बराज गांव में अपने घर जाने के लिए उन्हें किसी दूसरे रास्ते से जाने को कहा गया। पुलिस के मुताबिक विरोध में जहरीला पदार्थ खाने के बाद महिला की मौत हो गयी जबकि पति का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस अधीक्षक संदीप पाटिल ने बताया, ‘‘सब्जी और फूल बेचने के बाद एक टैंपो से दोनों मंगलवार शाम गांव लौटे थे।’’
उन्होंने बताया, ‘‘गांव में कोविड-19 के कुछ मामले आने पर इसे निषिद्ध क्षेत्र बना दिया गया था और इसकी घेराबंदी कर दी गयी जिससे गांव में प्रवेश का रास्ता बंद हो गया।’’ उन्होंने कहा कि दंपति ने पुलिसकर्मी से बैरिकेड हटाने को कहा ताकि वे गांव के भीतर जा सके।
एसपी ने बताया कि पुलिसकर्मी और स्थानीय ग्राम समिति के सदस्यों ने उन्हें बताया कि कोरोना वायरस के चार मामले आने के कारण प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है। इसलिए वे दूसरे रास्ते से चले जाएं। उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि दंपति उसी रास्ते से जाने पर जोर देता रहा और बैरिकेड हटाने के लिए कह रहा था।’’
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इसके बाद विरोध में दंपति ने कीटनाशक पदार्थ खा लिया। पाटिल ने बताया, ‘‘व्यक्ति का उपचार चल रहा है और उसकी हालत स्थिर है।’’ एसपी ने कहा कि पुलिसकर्मी ने दंपति से केवल आग्रह किया था किसी तरह का बलप्रयोग नहीं किया। इसके बावजूद हमने घटना की जांच का आदेश दिया है।