चिन्मयानंद के वायरल वीडियो को खरीदना चाहते थे यूपी के 2 नेता, जानें क्या थी प्लानिंग और वजह
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 14, 2019 11:33 AM2019-10-14T11:33:22+5:302019-10-14T11:33:22+5:30
स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्त 2019 को एक वीडियो वायरल कर स्वामी चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण और कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया था।
यौन उत्पीड़न आरोप का सामना कर रहे पूर्व केंद्रीय गृह स्वामी राज्यमंत्री चिन्मयानंद के मामले में नया खुलासा हुआ है। खबरों के मुताबिक चिन्मयानंद के कुछ वायरल वीडियो यूपी के दो नेता खरीदना चाहते थे। पूरे मामले से जुड़े संजय नाम के शख्स के पास चिन्मयानंद के वीडियो थे। संजय से ही दो नेता चिन्मयानंद का वीडियो खरीदना चाहते थे। हालांकि संजय ने वीडियो का सौदा नहीं किया। बताया जा रहा है चिन्मयानंद के वीडियो को खरीद कर वो नेता उनको ब्लैकमेल करना चाहते थे। लेकिन संजय के मन में भी चिन्मयानंद से जबरन वसूली की इच्छा थी और वह पैसों का बटंवारा नहीं चाहता था।
अप्रैल 2019 से चिन्मयानंद की कारगुजारियों के वीडियो बनना शुरू हुए थे। कुछ वीडियो संजय को मिल भी गए थे। संजय ने उन वीडियो के संबंध में अपने चचेरे भाई विक्रम सिंह उर्फ दुर्गेश सिंह को बताया था। इस वीडियो से चिन्मयानंद से मोटी रकम लेने का प्लान था। वीडियो वाली बात किसी भी तरह से नेताओं को पता लग गई। जिसके बाद नेताओं ने वीडियो को खरीदने के लिए संजय से बात की। नेताओं ने संजय को वीडियो के अच्छे-खासे रकम ऑफर किए थे लेकिन वो नहीं माना। हालांकि फिलहाल संजय को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और मामले की पूछताछ की जा रही है।
चिन्मयानंद और पीड़िता दोनों की जमानत याचिका पर 16 अक्टूबर को सुनवाई
शाहजहांपुर की लॉ छात्रा यौन शोषण के आरोप में जेल में बंद पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री स्वामी चिन्मयानंद की न्यायिक हिरासत की अवधि 14 दिनों के लिए और बढ़ा दी गई थी। शाहजहांपुर की लॉ छात्रा भी जबरन उगाही के मामले में जेल में बंद है। दोनों की जमानत याचिका पर 16 अक्टूबर को सुनवाई होनी है।
जानें चिन्मयानंद मामले के बारे में
स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में पढ़ने वाली एलएलएम की छात्रा ने 24 अगस्त 2019 को एक वीडियो वायरल कर स्वामी चिन्मयानंद पर शारीरिक शोषण और कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया।
वीडियो वायरल होने के बाद छात्रा लापता हो गई थी। 25 अगस्त को पीड़िता के पिता ने किडनैपिंग और जान से मारने की धाराओं में स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था। जिसके बाद स्वामी चिन्मयानंद के वकील ने पांच करोड़ रुपए रंगदारी मांगने का भी मुकदमा दर्ज करा दिया था। मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने स्वत संज्ञान लिया। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर पीड़िता को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एसआईटी ने मामले की जांच शुरू की।