सुशांत के पिता के वकील ने कहा- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में टाइम ऑफ डेथ नहीं है, इसके बारे में मुंबई पुलिस व कूपर अस्पताल को बताना होगा
By अनुराग आनंद | Published: August 15, 2020 04:22 PM2020-08-15T16:22:37+5:302020-08-15T16:22:37+5:30
सुशांत सिंह राजपूत के पिता के वकील विकास सिंह ने कहा कि जब तक CBI इस मामले में नहीं जाएगी। मुझे नहीं लगता कि हम सच्चाई के आस-पास पहुंच पाएंगे।
नई दिल्ली:सुशांत सिंह राजपूत केस के मामले में उनके पिता के वकील विकास सिंह ने कहा कि सुशांत सिंह राजपूत की जो पोस्टमार्टम रिपोर्ट मुझे देखने को मिली है उसमें टाइम ऑफ डेथ नहीं है। टाइम ऑफ डेथ बहुत महत्वपूर्ण है, इसी से स्पष्ट हो सकता है कि उन्हें मार के लटकाया गया या लटककर मरे।
इसके साथ ही विकास सिंह ने कहा है कि मुंबई पुलिस को और कूपर हॉस्पिटल को इन सवालों का जवाब देना होगा। जब तक CBI इस मामले में नहीं जाएगी। मुझे नहीं लगता कि हम सच्चाई के आस-पास पहुंच पाएंगे।
मुंबई पुलिस को और कूपर हॉस्पिटल को इन सवालों का जवाब देना होगा। जब तक CBI इस मामले में नहीं जाएगी। मुझे नहीं लगता कि हम सच्चाई के आस-पास पहुंच पाएंगे : विकास सिंह, सुशांत सिंह राजपूत के पिता के वकील #SushantSinghRajputCasehttps://t.co/JrTIwVaumi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 15, 2020
सुशांत सिंह राजपूत के पिता के वकील विकास सिंह ने इससे पहले ये कहा था-
दिवंगत अभिनेता के परिवार की तरफ उनका केस लड़ रहे वकील विकास सिंह ने सुशांत के फ्लैटमेट और दोस्त सिद्धार्थ पिठानी पर कई आरोप लगाए हैं और साथ ही उन्हें शातिर अपराधी तक कह दिया है।
विकास सिंह ने कहा था कि सिद्धार्थ पिठानी की भूमिका बेहद संदिग्ध हैं। वह बहुत शातिर अपराधी है। उसने जो किया, जब तक परिवार ने एफआईआर दर्ज नहीं करवाई गई थी, तब तक वह नियमित रूप से बातचीत कर रहा था और उनकी मदद भी कर रहा था। लेकिन, जैसे ही एफआईआर दर्ज हुई, उसने रिया चक्रवर्ती की मदद करना शुरू कर दिया।'
विकास सिंह ने कहा कि मुंबई पुलिस गलत दिशा में कर रही है जांच-
वकील विकास सिंह ने पत्रकारों से कहा कि, 'मैंने हमेशा कहा है कि मुंबई पुलिस बहुत ही पेशेवर पुलिस है लेकिन कुछ वजहों के चलते उसने गलत दिशा में अपनी जांच शुरू कर दी। इस केस में मुंबई पुलिस बिल्कुल ही गलत दिशा में चली गई है। इस वजह से सुशांत का परिवार पटना पुलिस के पास गया। सुप्रीम कोर्ट को अपने आदेश में मुंबई पुलिस को सीबीआई की मदद करने का निर्देश देना चाहिए।