श्रद्धा हत्याकांडः पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए आफताब को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी दफ्तर लाया गया
By अनिल शर्मा | Published: November 24, 2022 01:02 PM2022-11-24T13:02:27+5:302022-11-24T13:07:49+5:30
बीते मंगलवार को आरोपी आफताब को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला के सामने पेश किया गया था जिन्होंने उसकी हिरासत चार दिन के लिए बढ़ा दी थी।
नयी दिल्लीः अपनी ‘लिव-इन पार्टनर’ श्रद्धा वालकर की हत्या के आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए गुरुवार फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) के कार्यालय लाया गया। दो दिन पहले दिल्ली की एक अदालत ने आफताब का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की इजाजत दी थी।
पॉलीग्राफ टेस्ट में व्यक्ति की धड़कन, नब्ज, सांस लेने की प्रक्रिया को नोट किया जाता है और उससे सवाल पूछे जाते हैं। झूठा जवाब देने पर व्यक्ति की धड़कन, नब्ज और सांस अनियमित हो जाती हैं, इससे उसके जवाबों को सही और गलत माना जाता है।
बीते मंगलवार को आरोपी आफताब को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अविरल शुक्ला के सामने पेश किया गया था जिन्होंने उसकी हिरासत चार दिन के लिए बढ़ा दी थी। इस दौरान न्यायाधीश ने पूनावाला से पूछा, ‘‘क्या तुम जानते हो कि तुमने क्या किया है।’’ इसपर पूनावाला ने अदालत को बताया कि उसने ‘‘क्षणिक आवेश’’ में आकर वारदात को अंजाम दिया और उसने ‘‘इरादतन’’ ऐसा नहीं किया।
गौरतलब है कि दिल्ली पुलिस की एक टीम मामले की जांच कर रही है। जांचकर्ताओं को उस फ्लैट में खून के धब्बे मिले हैं, जहां श्रद्धा और पूनावाला रहते थे। साथ ही पुलिस को अन्य साक्ष्य भी हाथ लगे हैं। बचाव पक्ष के वकील के मुताबिक, पूनावाला ने अदालत के समक्ष यह भी कहा कि वह किसी तथ्य को छुपा नहीं रहा और पुलिस के साथ सहयोग कर रहा है।
वकील ने यह भी कहा कि पूनावाला ने उन जगहों की सटीक तौर पर पहचान करने में कठिनाई व्यक्त की, जहां उसने कथित तौर पर शरीर के अंगों को फेंका था क्योंकि वह शहर से भली-भांति परिचित नहीं है। उन्होंने बताया कि पूनावाला को शरीर के अंगों की तलाश के लिए दो तालाबों पर ले जाया जाएगा, जिनमें से एक महरौली जंगल में और दूसरा मैदानगढ़ी इलाके में है।