Rajasthan Ki Taja Khabar: एसएचओ आत्महत्या, सीआईडी के वरिष्ठ अधिकारी करेंगे जांच, सड़क पर उतरे लोग, विधायक पुनिया के खिलाफ प्रदर्शन
By भाषा | Published: May 23, 2020 09:54 PM2020-05-23T21:54:48+5:302020-05-23T21:54:48+5:30
पुलिस थाने के सामने लोगों की भीड़ ने विधायक कृष्णा पूनिया के खिलाफ तथा कांग्रेस सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर प्रदर्शन किया है। जिला कलेक्टर संदेश नायक एवं एसपी तेजस्विनी गौतम तथा पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं।
जयपुरः अपनी कर्तव्यनिष्ठा के लिए जनता व विभाग में चर्चित राजस्थान पुलिस के एक निरीक्षक ने शुक्रवार रात अपने क्वार्टर में कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मामले के तूल पकड़ने के बीच उनके शव का पोस्टमार्टम शनिवार को नहीं किया जा सका। पुलिस महानिदेशक ने मामले की जांच सीआईडी अपराध शाखा से करवाने की घोषणा की है लेकिन परिवार वाले मांग कर रहे हैं कि जांच सीबीआई से करवाई जाए। घटना चुरू जिले के राजगढ़ थाने की है।
थाना प्रभारी (एसएचओ) विष्णुदत्त शुक्रवार देर रात अपने क्वार्टर में गए थे और शनिवार सुबह उनका शव फांसी के फंदे से लटकता हुआ मिला था। जैसे ही यह खबर लोगों तक पहुंची बड़ी संख्या में लोग थाने के बाहर इकट्ठा हो गए। इस बीच निरीक्षण विष्णुदत्त व एक सामाजिक कार्यकर्ता के बीच व्हाट्सऐप पर हुई कथित बातचीत का एक स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
इसमें पुलिस अधिकारी को यह कहते हुए बताया गया कि उन्हें गंदी राजनीति में फंसाने की कोशिश की जा रही है इसलिए वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने जा रहे हैं। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह बात कब हुई। एसएचओ के परिवार वाले, संबंधी, जनप्रतिनिधि व स्थानीय लोग पुलिस थाने में एकत्रित हो गए और मामले की सीबीआई जांच की मांग की।
इसके साथ ही उन्होंने एसएचओ के कथित 'सुसाइड नोट' को भी सार्वजनिक करने की मांग की। चुरू के पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार एसएचओ के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका है और वरिष्ठ अधिकारी इस बारे में परिवारजनों से बातचीत कर रहे हैं।
राज्य के पुलिस महानिदेशक भूपेंद्र सिंह ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि विष्णुदत्त पुलिस बेड़े के होनहार व सर्वश्रेष्ठ अधिकारियों में से एक थे और उनके इस तरह से असामयिक निधन से पूरा पुलिस परिवार आहत है। सिंह ने बताया कि इस अप्रत्याशित घटना की परिस्थितियों की सीआईडी क्राइम ब्रांच के वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में जांच शुरू कर दी गई है। इन अधिकारियों को यथाशीघ्र जांच पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस महानिदेशक के अनुसार इस कर्तव्यनिष्ठ पुलिस अधिकारी की आत्महत्या की घटना पुलिस परिवार के लिए दुखद है।
इस दुखद घटना के बारे में कुछ लोग भ्रामक बातें फैलाने का प्रयास कर रहे है। इसे अनुचित बताते हुए उन्होंने कहा कि अनावश्यक भ्रम फैलाना उस जांबाज अधिकारी का अपमान है। वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इस एसएचओ विष्णुदत्त के आसमयिक निधन पर शोक व्यक्त किया है। गहलोत ने ट्वीट किया है,'राजस्थान पुलिस के निरीक्षक विष्णुदत्त विश्नोई की दुखद मृत्यु पर हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूँ। उनकी राजस्थान पुलिस में सेवाएं उल्लेखनीय रही हैं। उनकी सेवा व कर्तव्यनिष्ठा को सदैव याद रखा जाएगा।'
वहीं पायलट ने लिखा है,'राजस्थान पुलिस के कर्तव्यनिष्ठ वृत्त निरीक्षक विष्णुदत्त बिश्नोई द्वारा आत्महत्या करना बेहद दुःखद है। मैं उनके निधन पर संवेदना व्यक्त करता हूँ और उनके परिवारजनों को ढांढस बंधाता हूँ।' इसके साथ ही पायलट ने लिखा है,' मुझे विश्वास है की ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर उचित जाँच कराई जाएगी।' वहीं मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनियां ने बिश्नोई द्वारा आत्महत्या पर गहरा शोक व्यक्त किया है। इसके साथ ही उन्होंने घटना की वस्तुस्थिति जाँचने के लिए उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ व सांसद राहुल कस्वां को राजगढ़ भेजा है। डॉक्टर पूनियां ने कहा कि थानाधिकारी की आत्महत्या एक गम्भीर घटना है और यह हमारी व्यवस्था पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रही है। सरकार को इसकी जाँच करवा कर तथ्यों का पता लगाना चाहिए कि ऐसे क्या कारण रहे की एक थानाधिकारी को आत्महत्या करनी पड़ी।