कानपुर: सरकारी बालिका संरक्षण गृह में रहने वाली सात लड़कियां प्रेग्नेंट, कोरोना टेस्ट के चलते हुए खुलासा
By निखिल वर्मा | Published: June 22, 2020 12:38 AM2020-06-22T00:38:52+5:302020-06-22T00:43:14+5:30
कानपुर के राजकीय बाल संरक्षण गृह में कोरोना वायरस टेस्ट के दौरान पता चला कि सात लड़कियां गर्भवती हैं.
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में राज्य सरकार द्वारा संचालित बालिका संरक्षण गृह में रहने वाली 57 लड़कियों में से सात गर्भवती पाई गई हैं। जिलाधिकारी ब्रह्मदेव राम तिवारी ने इसकी पुष्टि करते हुए रविवार को बताया कि गर्भवती पाई गईं पांच लड़कियां कोविड-19 से संक्रमित भी पाई गई हैं। इन लड़कियों को आगरा, एटा, कन्नौज, फिरोजाबाद और कानपुर की बाल कल्याण समितियों द्वारा कानपुर रेफर किया गया था।
उन्होंने बताया कि गर्भवती दो अन्य लड़कियां कोविड-19 से संक्रमित नहीं पाई गई हैं। ये सभी लड़कियां जब कानपुर के बालिका संरक्षण गृह में लाई गई थीं उस समय भी गर्भवती थीं। तिवारी ने बताया कि संक्रमित पाई गई दो लड़कियों का इलाज लाला लाजपत राय अस्पताल में किया जा रहा है, जबकि बाकी तीन का उपचार एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने सरकारी बाल संरक्षण गृह में लड़कियों के गर्भवती पाये जाने संबंधी एक मीडिया खबर को लेकर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसी घटना का सामने आना दिखाता है कि इस तरह के संस्थानों में जांच के नाम पर सब कुछ दबा दिया जाता है।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने फेसबुक पर पोस्ट किया कि कानपुर के सरकारी बाल संरक्षण गृह में 57 बच्चियों की कोरोना वायरस के लिए जांच होने के बाद एक हैरान करने वाला तथ्य सामने आया है कि दो लड़कियां गर्भवती निकलीं और एक एड्स पॉजिटिव निकली।
उन्होंने कहा, ‘‘मुजफ्फरपुर (बिहार) के बालिका गृह का पूरा किस्सा देश के सामने है। उत्तर प्रदेश के देवरिया से भी ऐसा मामला सामने आ चुका है।’’ कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसे में फिर से इस तरह की घटना सामने आना दिखाता है कि जांच के नाम पर सब कुछ दबा दिया जाता है, लेकिन सरकारी बाल संरक्षण गृहों में बहुत ही अमानवीय घटनाएं घट रही हैं।