BSSC प्रश्नपत्र लीक मामले में हो रही है ताबड़तोड़ छापेमारी, 1 शिक्षक गिरफ्तार-मोतिहारी का परीक्षा केंद्र चिन्हित
By एस पी सिन्हा | Published: December 24, 2022 04:45 PM2022-12-24T16:45:56+5:302022-12-24T16:58:16+5:30
वहीं इस पूरे मामले में बोलते हुए बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच करवाकर दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इस मामले में जांच होगी, अगर पेपर लीक हुई है तो परीक्षा रद्द भी होगी।

फोटो सोर्स: ANI (प्रतिकात्मक फोटो)
पटना: बिहार स्टाफ सेलेक्शन कमीशन (बीएसएससी) की आयोजित तृतीय स्नातक स्तरीय प्रारंभिक परीक्षा के पेपर लीक मामले में आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने जांच शुरू कर दी है। ईओयू ने परीक्षा के स्टैटिक मजिस्ट्रेट के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
परीक्षा शुरू होने के बाद ही पेपर वायरल होने लगा सोशल मीडिया पर
इस केस की जांच के लिए एक स्पेशल टीम बनाई गई है। अब यह टीम अपने स्तर से जांच में भी जुट गई है। दरअसल शुक्रवार को परीक्षा शुरू होने के तकरीबन 1 घंटे 10 मिनट बाद हूबहू प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। ऐसे में प्रश्न पत्र 11 बजे लोगों के मोबाइल पर आने लगा था।
परीक्षा समाप्ति के बाद जब वायरल प्रश्नपत्र का मिलान किया गया तो साबित हुआ की प्रथम पाली का प्रश्न पत्र वायरल हुए थे। इसके बाद बिहार कर्मचारी आयोग ने जांच का जिम्मा आर्थिक अपराध इकाई को सौंप दी है।
कहां तक पहुंची है जांच
जांच की जिम्मेदारी संभालते ही आर्थिक अपराध इकाई ताबड़तोड़ छापेमारी में जुट गई है। ईओयू की टीम प्रश्न पत्र कहां से वायरल हुआ, यहां तक करीब करीब पहुंच गई है। शुक्रवार की देर रात ईओयू की स्पेशल टीम ने दो जगहों पर छापेमारी भी की है। बताया जा रहा है कि काफी हद तक इस मामले में ईओयू की स्पेशल टीम को लीड मिल चुकी है।
कहा जा रहा है कि जल्द ही इस केस का खुलासा हो जाएगा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जांच टीम ने मोतिहारी के एक परीक्षा केंद्र को चिन्हित किया है। उसी सेंटर से एक परीक्षार्थी द्वारा प्रश्न पत्र वायरल किये जाने की संभावना है। इसके बाद ईओयू की टीम ने उक्त परीक्षा केंद्र के हॉल में तैनात एक शिक्षक को रात में ही हिरासत में ले लिया है। पकड़े गए शिक्षक से जांच टीम पूछताछ में जुटी है।
पेपर लीक पर क्या बोले बिहार शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर
ऐसे में एक बार फिर से बिहार में परीक्षा की पारदर्शिता पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। इसबीच बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच करवाकर दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में जांच होगी, अगर पेपर लीक हुई है तो परीक्षा रद्द होगी।
वहीं आयोग के अध्यक्ष रविद्र कुमार ने मामले को गंभीर बताया है। उनका कहना है कि जांच के दौरान प्रश्न पत्र के परीक्षा के बाहर जाने और परीक्षा प्रभावित होने की जानकारी मिलती है, तत्काल परीक्षा रद्द कर दी जाएगी।
छात्रों ने क्या आरोप लगाया है
बता दें कि बिहार कर्मचारी चयन आयोग तृतीय स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन शुक्रवार को दो शिफ्ट में किया गया था। इसी बीच पहले शिफ्ट की परीक्षा के दौरान ही कई व्हाट्सएप ग्रुप में प्रश्नपत्र पेपर के फोटो वायरल होने लगे थे। कहा जा रहा है कि यह प्रश्नपत्र शुक्रवार को हुई परीक्षा का ही था।
छात्रों ने आरोप लगाया कि प्रश्नपत्र पत्र व्हाट्सएप पर सर्कुलेट हो गया था। जो प्रश्नपत्र परीक्षा में पूछे गए थे, वहीं वायरल पेपर में भी था। यह परीक्षा दो दिन तक दो-दो शिफ्ट में होनी है। इसमें 9 लाख से ज्यादा उम्मीदवार शामिल हो रहे हैं। यह वैकेंसी आठ साल बाद आई है। इससे पहले 2014 में यह वैकेंसी आई थी।