रांची से पटना भाया लखनऊ 13 साल की लड़की को रांची से लखनऊ ले जाकर ट्रक चालक ने कई बार किया दुष्कर्म, सड़क किनारे छोड़ा, पढ़िए कैसे अपनों ने दिया धोखा?
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: September 10, 2024 06:17 AM2024-09-10T06:17:25+5:302024-09-10T06:19:44+5:30
लड़की ने जांचकर्ताओं को बताया कि 16 अगस्त को उसका एक परिचित युवक उसे बुंडू बस स्टैंड लेकर गया और बाद में उसे एक अन्य युवक पटना ले गया, जिसे वह जानती थी।
रांचीः रांची से 13 वर्षीय एक लड़की को कथित तौर पर ट्रक से लखनऊ ले जाया गया और रास्ते में ट्रक चालक ने कई बार उससे दुष्कर्म किया तथा बाद में उसे सड़क किनारे छोड़ दिया। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि रविवार को रांची के तमार थाने में मामला दर्ज किए जाने के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। लड़की के परिजनों ने बताया कि वह 16 अगस्त को स्कूल से वापस नहीं लौटी, जिसके बाद उन्होंने गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई। तमार थाने के प्रभारी रोशन कुमार के अनुसार, लड़की ने जांचकर्ताओं को बताया कि 16 अगस्त को उसका एक परिचित युवक उसे बुंडू बस स्टैंड लेकर गया और बाद में उसे एक अन्य युवक पटना ले गया, जिसे वह जानती थी।
थाना प्रभारी ने लड़की के बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘‘दूसरे युवक ने उसे पटना में एक ट्रक चालक के पास छोड़ दिया और भाग गया। ट्रक चालक ने कथित तौर पर उसके साथ दुष्कर्म किया और उसे लखनऊ में सड़क किनारे छोड़ दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने रविवार को दर्ज प्राथमिकी के आधार पर दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
उसके बयान में कई कड़ियां गायब हैं। हम विभिन्न तरीकों से उन्हें जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।’’ उन्होंने बताया कि दुष्कर्म और मानव तस्करी के अलावा यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस उपाधीक्षक रतिभान सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘हमने जांच शुरू कर दी है और प्राथमिकी में पीड़िता द्वारा किए गए दावों की पुष्टि कर रहे हैं।
लड़की का मेडिकल परीक्षण करवाया जा रहा है।’’ गुमशुदगी की शिकायत दर्ज होने के बाद से मामले पर नजर रख रहे बाल अधिकार कार्यकर्ता बैद्यनाथ कुमार ने दावा किया कि लड़की को पटना में एक ट्रक चालक को बेच दिया गया था। उन्होंने दावा किया, ‘‘लखनऊ पुलिस को लड़की 20 अगस्त को मिली।
इसके बाद उन्होंने बिना कोई प्राथमिकी दर्ज किए उसे लखनऊ स्थित राजकीय बालिका गृह को सौंप दिया।’’ कुमार ने बताया कि लड़की को एक सितंबर को लखनऊ से तमार लाया गया था। उन्होंने कहा, ‘‘शुरू में, माता-पिता लड़की के साथ हुई घटना के बारे में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए तैयार नहीं थे। बाद में वे सहमत हो गए और रविवार को प्राथमिकी दर्ज कराई गई।’’