झारखंड भाजपा में हड़कंप, यौन शोषण में भाजपा सांसद संजय सेठ के पीए संजीव साहू गिरफ्तार, भेजा जेल, जानिए मामला
By एस पी सिन्हा | Published: January 16, 2021 03:18 PM2021-01-16T15:18:50+5:302021-01-16T21:40:24+5:30
झारखंड भाजपा में बवाल मच गया है. भाजपा एमपी संजय सेठ के पीए को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. महिला ने आरोप लगा है कि उन्होंने कई बार मेरा शोषण किया.
रांचीः झारखंड के रांची से भाजपा सांसद संजय सेठ के पीए संजीव साहू को एक महिला के साथ दुष्कर्म के आरोप में रांची पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
महिला किसी काम के सिलसिले में उससे मिली थी. रांची में महिला थाना की पुलिस ने महिला के बयान पर आरोपी के खिलाफ महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज की है. रांची के धुर्वा की रहने वाली एक महिला ने भाजपा सांसद संजय सेठ का पीए संजीव साहू के खिलाफ आरोप लगाया है कि उसने अपने प्रेम जाल में फंसाकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया. विरोध करने पर वह जान से मारने की धमकी देता था.
पुलिस ने महिला का कोर्ट में 164 के तहत बयान दर्ज कराया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी और महिला में पिछले दो साल से दोस्ती थी. इस वजह से दोनों अक्सर मिलते थे. महिला ने दर्ज प्राथमिकी में कहा है कि आरोपी ने बहला-फुसला कर उसका यौन शोषण किया है. आरोपी ने महिला के साथ कई बार शारीरिक संबंध बनाया.
हालांकि महिला पहले से शादीशुदा है. महिला के घरवाले शुक्रवार को कोतवाली थाना पहुंचे और आरोपी को जेल भेजने के लिए हंगामा करने लगे. पुलिस ने महिला का बयान लिया और आरोपी से पूछताछ के बाद उसे कोर्ट भेज दिया. पुलिस आरोपी को कोर्ट भेज रही थी, उस वक्त कोतवाली थाना में कई लोग मौजूद थे.
इस वजह से पुलिस ने अन्य आरोपियों के साथ संजीव साहू को थाना से बाहर निकाला, ताकि उसकी पहचान न हो पाए. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद कोरोना जांच कराया. उसके बाद पुलिस ने उससे जेल भेज दिया. वहीं, आरोपी संजीव साहू ने कहा कि वह शादीशुदा है. आरोप लगाने वाली महिला भी शादीशुदा है और दो बच्चों की मां. वह आरोप क्यों लगा रही है? यह समझ से परे हैं.
गिरफ्तारी के बारे में आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसकी दुकान पर आरोप लगाने वाली महिला 2 साल पहले आई थी. उसके बाद पहचान हुई और मेरा मोबाइल नंबर लेकर बात करने लगी. दोनों के बीच बात होने लगी. हालांकि इस मामले को लेकर रांची में रहने वाले कई प्रतिष्ठित लोगों ने समझौता कराने का प्रयास किया. लेकिन महिला आरोपी को जेल भेजने के अलावा कुछ नहीं चाहती थी. थानेदार को कई जगहों से फोन भी आया. लेकिन आरोपी को पुलिस ने जेल भेज दिया.