रामेश्वरम कैफे हमलावरों ने राम मंदिर उद्घाटन के दिन भाजपा कार्यालय में विस्फोट की बनाई थी योजना
By रुस्तम राणा | Published: September 9, 2024 07:00 PM2024-09-09T19:00:36+5:302024-09-09T19:11:13+5:30
सोमवार को एनआईए ने रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में चार आरोपियों - मुसाविर हुसैन शाजिब, अब्दुल मथीन अहमद ताहा, माज मुनीर अहमद और मुजम्मिल शरीफ - के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया।
नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अपने आरोप-पत्र में कहा है कि रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले के आरोपियों ने इस साल 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन के दिन बेंगलुरु में राज्य भाजपा कार्यालय पर हमला करने की योजना बनाई थी। सोमवार को एनआईए ने रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में चार आरोपियों - मुसाविर हुसैन शाजिब, अब्दुल मथीन अहमद ताहा, माज मुनीर अहमद और मुजम्मिल शरीफ - के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया।
एनआईए की जांच के अनुसार, कैफे में बम रखने वाला ताहा और शाजिब इस्लामिक स्टेट के अल-हिंद मॉड्यूल का भंडाफोड़ होने के बाद 2020 से फरार थे। एनआईए द्वारा व्यापक तलाशी के बाद रामेश्वरम कैफे विस्फोट के 42 दिन बाद पश्चिम बंगाल में उनकी गिरफ्तारी हुई। कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के रहने वाले ये दोनों लोग इस्लामिक स्टेट के कट्टरपंथी थे और उन्होंने माज मुनीर अहमद और मुजम्मिल शरीफ सहित भोले-भाले मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाया था।
ताहा और शाजिब ने धोखाधड़ी से प्राप्त भारतीय सिम कार्ड और भारतीय बैंक खातों का इस्तेमाल किया था और डार्क वेब से डाउनलोड किए गए विभिन्न भारतीय और बांग्लादेशी पहचान दस्तावेजों का भी इस्तेमाल किया था। ताहा और शाजिब को उनके हैंडलर ने क्रिप्टोकरेंसी के माध्यम से फंड दिया था। आरोपियों ने इस फंड का इस्तेमाल बेंगलुरु में हिंसा के विभिन्न कृत्यों को अंजाम देने के लिए किया था, जिसमें अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दिन बेंगलुरु के मल्लेश्वरम में भाजपा कार्यालय पर एक असफल आईईडी हमला भी शामिल था।
एनआईए ने कहा कि असफल आईईडी हमले के बाद, दोनों ने रामेश्वरम कैफे विस्फोट की योजना बनाई थी। इस साल 1 मार्च को बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड इलाके में रामेश्वरम कैफे में हुए आईईडी विस्फोट में कम से कम नौ लोग घायल हो गए थे। जांच में आगे पता चला कि ताहा को पूर्व अपराधी शोएब अहमद मिर्जा ने मोहम्मद शहीद फैसल से मिलवाया था, जो लश्कर-ए-तैयबा बेंगलुरु षडयंत्र मामले में फरार है।
इसके बाद ताहा ने अपने हैंडलर फैसल को अल-हिंद आईएसआईएस मॉड्यूल मामले के आरोपी महबूब पाशा और आईएसआईएस साउथ इंडिया के अमीर खाजा मोहिदीन से मिलवाया और बाद में माज मुनीर अहमद से भी मिलवाया।