केंद्रीय मंत्री को ब्लैकमेल करने के मामले में राष्ट्रकवि दिनकर की नातिन गिरफ्तार
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: May 18, 2019 09:06 AM2019-05-18T09:06:19+5:302019-05-18T09:06:19+5:30
केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को ब्लैकमेल कर 10 करोड़ रुपए की रंगदारी वसूलने के प्रयास के मामले में आज पुलिस ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की नातिन उषा ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया.
केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा को ब्लैकमेल कर 10 करोड़ रुपए की रंगदारी वसूलने के प्रयास के मामले में आज पुलिस ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की नातिन उषा ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वैभव कृष्ण ने बताया कि 22 अप्रैल को सेक्टर 27 स्थित केंद्रीय मंत्री शर्मा के अस्पताल में आरोपी आलोक, निशु, निशा तथा उषा ठाकुर पहुंचे थे. इन लोगों ने शर्मा की रिकॉर्ड की गई ऑडियो-वीडियो के आधार पर 10 करोड़ रुपए की मांग की थी.
22 अप्रैल को ही पुलिस ने निशु को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि एक चैनल के संपादक आलोक और उसकी सहयोगी निशा मौके से फरार हो गए थे. वैभव ने बताया कि दो मई को आलोक और निशा को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया. दोनों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि ब्लैकमेलिंग कांड में उषा ठाकुर भी संलिप्त हैं और उनकी अहम भूमिका है. पुलिस ने साक्ष्यों के आधार पर आज ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया.
उल्लेखनीय है कि 22 अप्रैल को शर्मा से ब्लैकमेल कर रकम वसूलने आई युवती की गिरफ्तारी हुई थी, उस दिन उषा ठाकुर भी उसके साथ थी. पुलिस ने उनसे भी पूछताछ की थी, लेकिन केंद्रीय मंत्री ने अपने 30 वर्षों के रिश्ते का हवाला देते हुए उन्हें अपनी 'बड़ी बहन' बताया था. इसके बाद पुलिस ने उषा ठाकुर को छोड़ दिया था. पुलिस ने बताया कि इस घटना में शामिल एक पूर्व पुलिस उपाधीक्षक की भूमिका की भी जांच की जा रही है.
कौन हैं उषा ठाकुर
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की नातिन उषा ठाकुर नोएडा की जानी-मानी समाजसेविका हैं. निठारी नरकंकाल कांड, आरुषि कांड जैसी घटनाओं में उषा ठाकुर चर्चाओं में रही हैं. वे 'नोएडा लोक मंच' से भी जुड़ी हुई हैं. इस सामाजिक संगठन में केंद्रीय मंत्री शर्मा भी सक्रिय हैं. ठाकुर और केंद्रीय मंत्री का करीब 30 वर्षों पुराना संबंध है. उषा ठाकुर के माध्यम से ही एक चैनल का मालिक आलोक केंद्रीय मंत्री से मिला था और लोकसभा चुनाव के दौरान उनकी प्रचार-प्रसार में सहायता करने की पेशकश की थी. मंत्री से हुई बातचीत को उसने खुफिया कैमरे से रिकॉर्ड कर लिया था और इसके आधार पर वह मंत्री को ब्लैकमेल कर मोटी रकम मांग रहा था.