ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स में मोबाइल चोर गैंग के 11 आरोपी गिरफ्तार, दो बड़े गिरोहों ने ऐसे चुराए 60 लाख कीमत वाले 6 आईफोन समेत 133 सेल फोन
By आजाद खान | Published: February 13, 2022 09:34 AM2022-02-13T09:34:01+5:302022-02-13T10:13:16+5:30
पुलिस के अनुसार, ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स के दौरान चोरी करने वाले दो बड़े गिरोहों का पर्दाफाश किया है।
जयपुर:राजस्थान पुलिस ने अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज के 810वें उर्स (Ajmer Sharif 810th Urs) के दौरान चोरी करने वाले दो गिरोह (Mobile Theft Gang in Ajmer) के 11 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को उनके कब्जे से छह आईफोन सहित 133 मोबाइल एवं सोने की चेन भी बरामद की है। अधिकारियों के मुताबिक, चोरी की हुई सामानों की कीमत करीब 40 लाख रुपए बताई जा रही है। आपको बता दें कि उर्स के मौके पर देश विदेश से लोग ख्वाजा गरीब नवाज के दरगाह पर आते हैं जहां ये चोरी अपनी चोरी को अंजाम देते हैं। पुलिस अब इन से पूछताछ कर आगे की कार्रवाई कर रही है।
दो बड़े गिरोहों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
अजमेर के पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने बताया कि उर्स में आए हुए जायरीनों के कीमती सामान एवं मोबाइल आदि चुराने वाले वाले दो बड़े गिरोहों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक, पहला गिरोह हावड़ा के डुमज्जु का है तो वहीं दूसरा गैंग दिल्ली के उस्मानपुर का बता रहा है। इन दोनों गिरोहों पर उर्स के दौरान चोरी करने का आरोप लगा है। इसके लिए दरगाह पुलिस ने इस गैंग के सात सदस्यों समेत 11 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को इनके पास से छह आईफोन समेत 133 मल्टीमीडिया मोबाइल फोन और तीन तोले की सोने की चेन भी बरामद की गई है।
चोरी किए हुए सामानों की कीमत 40 लाख रुपए
विकास शर्मा ने आगे बताया कि दरगाह थाने में दर्ज इन पांच मुकदमों के अनुसंधान के दौरान 11 लोगों को गिरफ्तार कर 40 लाख के मोबाइल जब्त किए गए हैं। उनके अनुसार, मोबाइल चोरी के मामले में डुमज्जु गैंग के तीन सदस्य मोहम्मद फिरोज (42), शेख राजू (45) एवं मोहम्मद असगर (45) को गिरफ्तार किया गया है। ये सभी पश्चिम बंगाल के हावड़ा के डुमज्जु इलाके के रहने वाले हैं।
इसके साथ पुलिस ने उस्मानपुर गैंग के चार सदस्य को भी पकड़ा है। अकील अली उर्फ बिट्टू (26), शाहबाद उर्फ शब्बू (19) व मोहम्मद अमन (19) खुद को नई दिल्ली के उस्मानपुर के निवासी बताते हैं। उल्लेखनीय है कि अजमेर में उर्स शुक्रवार को बड़े ही धूमधाम से संपन्न हुआ।
दरगाह के भीड़भाड़ वाले जगह पर बनाते थे लोगों को शिकार
पुलिस के मुताबिक, आरोपी अपने अपराध को अंजाम देने के लिए भीड़भाड़ वाले जगह को चुनते थे। ऐसी जगह पर लोगों को शिकार बनाना इनके लिए आसान होता था। ये इतने शातिर है कि जहां भी जरा सी जायरीन की ध्यान भटकती थी, ये हाथ साफ कर वहां से फरार हो जाते थे।