ISI की नापाक करतूत का पर्दापाश, पाकिस्तान के लिए जासूसी, दुश्मन को दे रहे थे भारतीय सेना के हथियारों की सूचना, तीन गिरफ्तार
By धीरेंद्र जैन | Published: June 8, 2020 10:07 PM2020-06-08T22:07:36+5:302020-06-08T22:07:36+5:30
तीनों आरोपियों को गिरफ्तार के लिए सेना, यूपी एटीएस और राजस्थान पुलिस ने संयुक्त रूप से ‘ऑपरेशन डेजर्ट चेज‘ नाम से एक ऑपरेशन चलाया था। राजस्थान पुलिस इंटेलिजेंस के एडीजी उमेश मिश्रा ने तीनों युवकों को गिरफ्तार किये जाने की पुष्टि की है।
जयपुरः राजस्थान के बीकानेर में एक और झुंझुनू से दो युवकों को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किये गये तीनों युवक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम कर रहे थे।
इन तीनों आरोपियों को गिरफ्तार के लिए सेना, यूपी एटीएस और राजस्थान पुलिस ने संयुक्त रूप से ‘ऑपरेशन डेजर्ट चेज‘ नाम से एक ऑपरेशन चलाया था। राजस्थान पुलिस इंटेलिजेंस के एडीजी उमेश मिश्रा ने तीनों युवकों को गिरफ्तार किये जाने की पुष्टि की है।
सूत्रों ने अनुसार पकड़े गए तीनों युवकों में से बीकानेर में गिरफ्तार किया गया युवक विकास पाक खुफिया एजेंसी आईएसआई को:ओरबेट‘ अर्थात ऑर्डर ऑफ बेटल, कंपोजिशन एंड ऑर्डर ऑफ मिलिट्री फाइटिंग फॉर्मेशन, गोला-बारूद से जुड़ी सूचनाएं एवं तस्वीरें पहुंचाता था।
बीकानेर निवासी आरोपी विकास कुमार बीकानेर में स्थित सेना की महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में वाटर टैंकर सप्लाई किया करता था और इसी दौरान वह फायरिंग रेंज की तस्वीरें वहां की तस्वीरें लेकर अपने पाकिस्तानी हैडलर को पहुंचाता था और इसकी एवज में उसे मोटी रकम मिलती थी। लेकिन, उस पर किसी को संदेह न हो इस लिए वह पैसा अपने भाई के खाते में मंगाता था। अभी तक इसका खुलासा नहीं हो सका है कि यह कब से पाक के लिए जासूसी कर रहा था और किस प्रकार की अहम सूचनाएं पाकिस्तान को दे चुका है।
इसी प्रकार पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में झुंझुनू जिले के मंडावा के पास केसरीपुरा गांव से भी दो युवकों हेमंत और चिनमन को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आपस में भाई बताए जा रहो है। ये दोनों आरोपी वॉट्सऐप के जरिए पाकिस्तानी एजेंसी के संपर्क में थे। इन्हें गिरफ्तार करके जयपुर लाया जा रहा है।