जीजा ने साले को नहीं दी 30,000 रुपये, मामा ने दो मासूम भांजों का गला रेता, अस्पताल पहुंचने से बची जान, आत्महत्या का प्रयास
By धीरेंद्र जैन | Published: June 5, 2020 09:57 PM2020-06-05T21:57:44+5:302020-06-05T21:57:44+5:30
आरोपी भागने में नाकाम रहा तो कमरा बंद कर आत्महत्या का प्रयास किया लेकिन आर्मी के जवानों से दरवाजा तोड़कर उसे बचा लिया। दोनों बच्चों को आर्मी अस्पताल और आरोपी को एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
जयपुरः कोटा के आर्मी एरिया में अर्जुन विहार काॅलोनी में एक मामा द्वारा गुस्से में आकर अपने ही दो मासूम (5 एवं 2 साल) की चाकू से गला रेत डाला। ऐसा इसलिए कि हत्यारे को उसके जीजा यानि इन मासूमों के पिता ने 30 हजार रुपये देने से मना कर दिया। सही समय पर अस्पताल पहुंचने से दोनों मासूमों की जान तो बच गई लेकिन हालत गंभीर बनी हुई है।
वहीं आरोपी भागने में नाकाम रहा तो कमरा बंद कर आत्महत्या का प्रयास किया लेकिन आर्मी के जवानों से दरवाजा तोड़कर उसे बचा लिया। दोनों बच्चों को आर्मी अस्पताल और आरोपी को एमबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
अर्जुन विहार निवासी सिपाही नीरज सिंह ने रिपोर्ट में बताया कि वह यहां अपनी पत्नी संजना और दो बेटे निंकुज और क्वान के साथ रहता है। संजना की बुआ का लड़का गौरव जो दिल्ली में कैब चलाता है। वह 3 मार्च को कोटा आया और लाॅकडाउन में यहीं फंस गया। गौरव में सुबह संजना से झगड़ा किया और जब वह बालकनी में गई तो उसने दरवाजा बंद कर दोनों बच्चों का गला चाकू से रेत दिया।
उनकी चीखें सुनकर संजना और पड़ौसियों ने शोर किया और सेना के जवानों को सूचना दी। इसी बीच निकुंज ने गेट खोल दिया जिससे दोनों बच्चों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। गौरव ने भीड देखकर कमरा बंद कर अपनी नस काटकर जान देने का प्रयास किया। लेकिन आर्मी के जवानों ने गेट तोड़कर उसे बचा लिया और अस्पताल में भर्ती कराया। उसने अपने जीजा द्वारा 30 हजार रुपये देने से इंकार करने पर ऐसा किया।