कोरोना वायरस संक्रमणः परिजनों ने कूलर चलाने के लिए वेंटिलेटर का प्लग हटाया, मरीज की मौत
By भाषा | Published: June 20, 2020 09:39 PM2020-06-20T21:39:57+5:302020-06-20T21:39:57+5:30
परिजन उसी दिन एअर कूलर ले आए। जब उन्हें कूलर लगाने के लिए कोई सॉकेट नहीं मिला तो उन्होंने कूलर लगाने के लिए कथित तौर पर वेंटिलेटर का प्लग हटा दिया। लगभग आधा घंटे बाद वेंटिलेटर की बिजली खत्म हो गई।
कोटाः राजस्थान के कोटा में एक सरकारी अस्पताल में 40 वर्षीय एक व्यक्ति की तब मौत हो गई जब उसके परिजनों ने कूलर चलाने के लिए वेंटिलेटर का प्लग कथित तौर पर हटा दिया।
इस व्यक्ति को कोरोना वायरस संक्रमण होने के संदेह में 13 जून को महाराव भीम सिंह (एमबीएस) अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती किया गया था। हालांकि, बाद में जांच रिपोर्ट में वह कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं पाया गया। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि तीन सदस्यीय समिति घटना की जांच करेगी।
व्यक्ति को 15 जून को सावधानी के तौर पर तब पृथक वार्ड में भेजा गया था जब आईसीयू में एक अन्य मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। क्योंकि पृथक वार्ड में बहुत गर्मी थी, इसलिए उसके परिजन उसी दिन एअर कूलर ले आए। जब उन्हें कूलर लगाने के लिए कोई सॉकेट नहीं मिला तो उन्होंने कूलर लगाने के लिए कथित तौर पर वेंटिलेटर का प्लग हटा दिया। लगभग आधा घंटे बाद वेंटिलेटर की बिजली खत्म हो गई। इस बारे में डॉक्टरों व चिकित्साकर्मियों को तुरंत सूचना दी गई जिन्होंने मरीज पर सीपीआर आजमाया, लेकिन उसकी मौत हो गई।
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. नवीन सक्सेना ने कहा कि तीन सदस्यीय समिति घटना की जांच करेगी जिसमें अस्पताल के उपाधीक्षक, नर्सिंग अधीक्षक और मुख्य चिकित्सा अधिकारी शामिल हैं। समिति शनिवार को अपनी रिपोर्ट देगी। उन्होंने कहा कि समिति ने पृथक-वार्ड के चिकित्साकर्मियों के बयान दर्ज किए हैं, लेकिन मृतक के परिजन समिति को जवाब नहीं दे रहे हैं।
सक्सेना ने कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. समीर टंडन ने समिति की जांच को लेकर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया और कहा कि जांच जारी है। घटना के संबंध में अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि परिजनों ने कथित तौर पर कूलर लगाने की अनुमति नहीं ली और जब मरीज की मौत हो गई तो उन्होंने ड्यूटी पर तैनात रेजिडेंट डॉक्टर और चिकित्साकर्मियों से दुर्व्यवहार किया।
ओझा के इलाज में बुरी तरह जला शिशु, पिता गिरफ्तार
महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे ने अमरावती जिले में हुई घटना की शुक्रवार को जमकर निंदा की जिसमें ओझा द्वारा बताए गए इलाज के दौरान एक शिशु को दरांती/हंसुआ गर्म करके 100 बार दागा गया। अमरावती देहात के पुलिस अधीक्षक हरि बालाजी ने बताया कि घटना मुंबई से करीब 700 किलोमीटर दूर मेलघाट इलाके की है। बालाजी ने बताया, ‘‘शिशु के पिता उसे एक ऐसी जगह लेकर गए थे जहां काला जादू की मदद से बच्चों का इलाज किया जाता है, इस प्रक्रिया में उन्हें गर्म दरांती से दागा जाता है। बच्चे को शौच करने में दिक्कत हो रही थी।’’
उन्होंने बताया, ‘‘हमें बुधवार को इसकी सूचना मिली और हमने बच्चे के पिता और काला जादू करने वाली 55 वर्षीय महिला को गिरफ्तार कर लिया।’’ अधिकारी ने बताया कि दोनों को काला जादू निषेध कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। मुंडे ने ट्वीट किया है, ‘‘अमरावती के चिखालदारा के आदिवासी बोरदा गांव में अंधविश्वास में पड़कर माता-पिता ने तांत्रिक की बात मानकर बच्चे के पेट पर गर्म दरांती से 100 बार दागा, मैं इस अमानवीय कृत्य की निंदा करता हूं।’’
कोलकाता में पूर्व प्रेमी ने युवती की गोली मारकर हत्या की
कोलकाता में एक युवती की उसके पूर्व प्रेमी ने शनिवार सुबह गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जयंत हलदर ने कॉलेज की तीसरे वर्ष की छात्रा प्रियंका पुरकायस्थ की रीजेंट पार्क इलाके में कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी।
उन्होंने बताया कि आरोपी सुबह आठ बजे मृतका के घर में कथित तौर पर घुस आया और बिना उकसावे के उसे पास से गोली मार दी और वहां से फरार हो गया। अधिकारी ने कहा, “दोनों के बीच संबंध थे। यह जानने के बाद कि व्यक्ति विवाहित है, महिला ने उससे सारे संबंध तोड़ दिए।
इसी वजह से हो सकता है कि हत्या की गई हो।” उन्होंने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए तलाश शुरू कर दी गई है। महिला का शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।