खौफ में गैंगरेप पीड़िता बिना कपड़ों के भागी आधा किलोमीटर, राजस्थान में हुए इस हैवानियत ने दिलाई निर्भया कांड की याद
By पल्लवी कुमारी | Published: September 14, 2019 11:33 AM2019-09-14T11:33:35+5:302019-09-14T11:33:35+5:30
राजस्थान के भीलवाड़ा नौ सितंबर को पीड़िता बाइक पर दो लोगों के साथ सवार होकर मंदिर जा रही थी। उसी दौरान नशे में तीन लोगों ने उसको अगवा कर गैंगरेप किया है।
राजस्थान के भीलवाड़ा में नौ सितंबर को एक नाबालिग के साथ तीन लोगों ने मिलकर गैंगरेप किया। इस गैंगरेप ने नाबालिग पीड़िता इतने खौफ में थी कि जब वारदात के बाद लोगों ने उसे कपड़ पहनने को दिया तो वो डर से रुकी नहीं और आधा किलोमीटर तक बिना कपड़ों के सड़कों पर भागती रही। इस गैंगरेप की घटना ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। इस केस की सुनवाई अब फास्ट ट्रैक में चलेगा। इस मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गैंगरेप के बाद पीड़िता इतनी डरी हुई थी कि जब उसे बचाने आये हुये लोगों ने उसे कपड़े पहनने को दिये तो वह डर में रुकी नहीं और बिना कपड़ों के ही आधा किलोमीटर तक भागती रही।
नौ सितंबर को पीड़िता बाइक पर दो लोगों के साथ सवार होकर मंदिर जा रही थी। उसी दौरान सड़क किनारे शराब पी रहे तीन लोगों ने पीड़िता को अगवा किया और उसे खेत में ले जाकर मारा-पीटा, उसके बाद उसके कपड़े फाड़ कर उसके साथ गैंगरेप किया।
पुलिस के मुताबिक जब आरोपियों ने पीड़िता को अगवा किया उसके दो दोस्त भागकर पास के एक बाजार में पहुंचे और वहां के लोगों ने मदद की गुहार लगाई। इसके बाद लोगों ने पुलिस को फोन किया और मदद के लिए भागे। जिसके बाद पीड़िता को आरोपियों के चुंगल से बचाया गया।
पुलिस के मुताबिक नाबालिग पीड़िता के चेहरे पर गंभीर चोट के निशान थे, जिसको देकर साफ पता चल रहा था कि पीड़िता के साथ किस कदर की हैवानियत हुई थी। पुलिस के मुताबिक रेप के दौरान पीड़िता की बहुत ज्यादा पिटाई भी की गई है।
पुलिस ने आरोपियों की पहचना कैलाश कहार (24 वर्ष), राजू कहार (25 वर्ष), और नारायण गुज्जर (40 वर्ष) के तौर पर की है। जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने पॉक्सों के अलावा गैंगरेप और अनुसूचित जाति ऐक्ट के तहत मामला दर्ज किया है।