राजस्थान: जिंदा जलायी गई बलात्कार पीड़िता की मौत, परिवार बोला- जमानत पर बाहर आए रेप के आरोपी ने घटना को अंजाम दिया
By अनुराग आनंद | Published: March 7, 2021 07:42 AM2021-03-07T07:42:48+5:302021-03-07T07:45:56+5:30
गंभीर रूप से झुलसी रेप पीड़िता को पहले सीएचसी गोलूवाला ले जाया गया और बाद में जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
जयपुर: राजस्थान में जिंदा जलाई गई बलात्कार पीड़िता की शनिवार सुबह इलाज के दौरान जयपुर के अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने इस सिलसिले में पूछताछ के लिए दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनमें एक व्यक्ति वह है जिसके खिलाफ महिला ने दो साल पहले बलात्कार की प्राथमिकी दर्ज करायी थी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री सहायता कोष से प्रभावित परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है। यह घटना हनुमानगढ़ जिले की है। पुलिस ने बताया कि बृहस्पतिवार तड़के एक व्यक्ति पीड़िता के मकान में घुसा और बाहर से कमरे में मिट्टी का तेल छिड़क कर दरवाजा खटखटाया। जब पीड़िता ने दरवाजा खोला आरोपी ने जलती हुई एक लकड़ी उसकी ओर फेंक दी जिससे वहां आग लग गयी और महिला बुरी तरह से झुलस गयी।
लड़की से रेप केस में जेल से जमानत पर निकले आरोप शख्स पर परिवार वालों ने जिंदा जलाने का आरोप लगाया
झुलसी हुई महिला को पहले सीएचसी गोलूवाला ले जाया गया और बाद में जयपुर के एसएमएस अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इस अग्निकांड में मृत महिला की नानी का आरोप है कि उनकी नातिन के साथ बलात्कार करने वाले प्रदीप विश्नोई ने उसे जिंदा जलाया है। पुलिस का कहना है कि मामले में जांच चल रही है और विश्नोई की भूमिका की जांच की जा रही है। पहले वाले मामले में विश्नोई जमानत पर है और पुलिस उससे इस मामले में भी पूछताछ कर रही है।
पुलिस दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है
पुलिस सूत्रों के अनुसार सीसीटीवी फुटेज में एक व्यक्ति घटना के बाद पीड़िता के घर से जाता दिख रहा है लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पाई है। राज्य के पुलिस महानिदेशक एम. एल. लाठर ने बताया कि घटना को काफी गंभीरता से लिया गया और मामले की जांच की जा रही है। इस सिलसिले में हिरासत में लिए गए दो संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है।
मृतका के परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है-
उन्होंने बताया कि जिला पुलिस अधीक्षक प्रीति जैन की निगरानी में पुलिस उपाधीक्षक एस आई सी ए डब्ल्यू यूनिट, हनुमान गढ़ द्वारा जांच की जा रही है। अनुसंधान अधिकारी की मदद में साइबर तकनीक में दक्ष पुलिस कर्मियों को भी जांच टीम में शामिल किया गया है। आधिकारिक बयान के अनुसार राज्य सरकार ने मृतका के परिवार को मुख्यमंत्री राहत कोष से पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी है।
(एजेंसी इनपुट)