पटना में गिरफ्तार घूसखोर इंजीनियर के करोड़ों की संपत्ति का हुआ खुलासा, अधिकारी नोट गिनते-गिनते थक गए

By एस पी सिन्हा | Published: June 9, 2019 08:15 PM2019-06-09T20:15:35+5:302019-06-09T20:17:00+5:30

बताया जाता है कि बिगरानी की टीम को यह अनुमान नहीं था कि इंजीनियर का घर ‘कैश गोदाम‘ निकलेगा. रिश्वतखोर अफसर को ट्रैक करने के दौरान विजिलेंस के पदाधिकारियों ने अपनी कार्रवाई का दायरा बढ़ाया.

PWD corrupt engineer exposed by vigilance officers | पटना में गिरफ्तार घूसखोर इंजीनियर के करोड़ों की संपत्ति का हुआ खुलासा, अधिकारी नोट गिनते-गिनते थक गए

पटना में गिरफ्तार घूसखोर इंजीनियर के करोड़ों की संपत्ति का हुआ खुलासा, अधिकारी नोट गिनते-गिनते थक गए

Highlightsइंजीनियर के घर की तलाशी शुरू की तो नोटों से भरे बैग मिलने लगे.निगरानी के एक अधिकारी ने बताया कि अभी संपत्ति की गणना शुरू ही हुई है.

बिहार की राजधानी पटना में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (विजिलेंस) की टीम के द्वारा घूस लेते रंगे हांथों गिरफ्तार किया गया पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद यादव के बारे नित नई बातें सामने आने लगी हैं. 

कहा जा रहा है कि इंजीनियर सुरेश प्रसाद सिंह की छवि विभाग में दबंग, भ्रष्ट और शौकीन मिजाज व्यक्ति के रूप में चर्चित रही है. ठेकेदारों से वह काम के बदले पैसा लेने से लेकर ‘खातिरदारी’ भी करवाता था. 

बताया जाता है कि कुछ ठेकेदार इंजीनियर को टूर कराने और इस दौरान विशेष सेवा कराने के चलते उसके कृपा पात्र बने हुए थे. निगरानी के बातचीत की रिकार्डिंग भी हैं. वहीं, उसके घर से छापेमारी के दौरान कैश इतना अधिक मिला है कि निगरानी के पास उसे रखने की जगह नहीं है. 

निगरानी के परिसर में स्थित लॉकर ट्रैप में बरामद कैश को रखने के हिसाब से है. ऐसे में कार्रवाई पूरी होने के बाद बैंक को खुलवाकर कैश जमा कराया गया. जांच के दौरान यह भी बात सामने आई है कि रिश्वत का पैसा वह वहां रखता था, जहां पर वह सोता था. 

वह नोट को उसी बेड के नीचे रखता था. निगरानी की टीम ने जब छापा मारा तो ये देखकर उनके भी होश उड़ गए थे. यहां तक कि पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद सिंह के घर से बरामद कैश को गिनने के लिए निगरानी की टीम को बैंक खुलवाकर मशीन मंगवानी पड़ी थी. 

इंजीनियर के घर की तलाशी शुरू की तो नोटों से भरे बैग मिलने लगे. जिस पलंग पर कार्यपालक अभियंता सोते थे, वह भी नोटों से भरा हुआ था. पांच-पांच सौ के पुराने नोट भी मिले हैं. 

बताया जाता है कि बिगरानी की टीम को यह अनुमान नहीं था कि इंजीनियर का घर ‘कैश गोदाम‘ निकलेगा. रिश्वतखोर अफसर को ट्रैक करने के दौरान विजिलेंस के पदाधिकारियों ने अपनी कार्रवाई का दायरा बढ़ाया तो घर में पलंग, दीवान, अलमारी सब जगह कैश छिपा मिला. 

सूत्रों के अनुसार निगरानी की टीम कैश गिनते- गिनते थक गई तो उच्चाधिकारियों से नोट गिनने की मशीन की मांग की गई. कार्यपालक अभियंता के यहां से बरामद संपत्ति की जांच के बाद मामला संपत्ति जब्ती के लिये इडी को सौंपने की तयारी की गई है. 

निगरानी के एक अधिकारी ने बताया कि अभी संपत्ति की गणना शुरू ही हुई है. बैंक खातों, प्रापर्टी के दस्तावेजों की जांच और प्रापर्टी की वैल्यू आदि निकाली जायेगी. कार्यपालक अभियंता सुरेश प्रसाद के यहां से करोड़ों के कैश के अलावा करोड़ों के मकान, बैंक डिपोजिट, पॉलिसी आदि मिली हैं. 

पटना में तीन फ्लैट एक मकान, नोएडा में फ्लैट, रूपसपुर पटना में दो फ्लैट, बिहटा में 14 कट्ठा जमीन एग्रीमेंट के कागज, 26 एलआइसी पॉलिसी में निवेश मिला है. एक डस्टर कार, एक स्कार्पियो गाड़ी मिली है.

अभी लाकरों की तलाशी लेनी बाकी है, जो कल बैंक खुलने के बाद होगा. इंजीनियर ने घर के नीचे शांति रंजन नाम से मार्केट भी बना रखा है.
 

Web Title: PWD corrupt engineer exposed by vigilance officers

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