पूर्णियाः डायन का आरोप लगाकर दो महिलाओं और नाबालिग लड़की को रात भर पीटा, जबरन मल-मूत्र पिलाया
By एस पी सिन्हा | Published: June 16, 2021 03:07 PM2021-06-16T15:07:20+5:302021-06-16T15:08:29+5:30
बिहार के पूर्णिया जिले के कस्बा थाना के मोहिनी आदिवासी टोला का मामला है. घटना के बाद से गांव में तनाव व्याप्त है.
पटनाः बिहार के पूर्णिया जिले में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है, जहां 3 महिलाओं पर डायन होने का आरोप लगाकर उनसे ज्यादती की गई.
इसमें कसबा थाना क्षेत्र के अंतर्गत नया सौतारी मोहनी आदिवासी टोला में कुछ लोगों ने जबरन घर में घुसकर दो महिलाओं और एक नाबालिग लड़की को डायन बताकर रातभर बंधक बनाकर पीटा. जब उनका इससे भी मन नहीं भरा तो उन्हें जबर्दस्ती मल-मूत्र पिला दिया. इस बर्बरतापूर्ण घटना के बाद पीड़िता ने थाने में आवेदन दर्ज कराया है. घटना के बाद से गांव में तनाव व्याप्त है.
इस संबंध में पीड़िता ने बताया कि उनके रिश्तेदार में एक महिला बीमार हो गई थी, जिसे देखने से सभी उनके घर गए थे. इस दौरान परिजनों ने उन पर ही डायन होने का आरोप लगाया और कहने लगे कि तुम्हारी वजह से यह बीमार हुई है. घटना के संबंध में बताया जाता है कि उर्मिला देवी पति रमेश हेंब्रम एवं उसकी बेटी बुलिया देवी पति बदरंगी मरिया अपने घर में सोई हुई थी.
उन लोगों ने आरोप लगाया कि तुम लोगों ने जादू टोना कर इन्हें बीमार कर दिया है. आरोप लगाने के बाद 10-12 लोगों ने मिलकर दो महिलाओं और एक नाबालिग को बांधकर कमरे में बंद कर दिया. तीनों महिलाएं लगातार उनसे छोड़ देने की गुजारिश करती रही, मगर अंधविश्वास में अंधे लोगों ने इनकी एक नहीं सुनी. लोगों ने रातभर तीनों को बंधकर बवाकर पीटा.
इतने से भी मन नहीं भरा तो तीनों को मैला घोलकर पिला दिया. काफी हो हल्ला होने पर अगल-बगल के लोग जमा होने के बाद सातों लोग फरार हो गए. इस बाबत पीड़िता ने कस्बा थाना में आवेदन दिया है. इसके बाद पुलिस गांव पहुंची और मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
थाना प्रभारी चंदन कुमार ठाकुर ने बताया कि इस बाबत कस्बा थाना में डायन बिसाही एक्ट समेत कई धाराओं में 11 लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गई है. उन्होंने बताया कि घटना के बाद से बाकी आरोपी फरार हैं. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है. पुलिस की कार्रवाई से आरोपी पक्ष काफी आक्रोशित है.