हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पुलिस ने ऐसे दबोचा, यहां पढ़ें गैंगस्टर को गिफ्तार करने पूरी कहानी सुरक्षा अधिकारी रूबी यादव की जुबानी
By स्वाति सिंह | Published: July 9, 2020 07:36 PM2020-07-09T19:36:04+5:302020-07-09T19:41:01+5:30
उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को बृहस्पतिवार सुबह मध्य प्रदेश पुलिस द्वारा उज्जैन के प्रसिद्ध महाकाल मंदिर परिसर से गिरफ्तार किये जाने के मामले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश सरकार से पूरे प्रकरण की न्यायिक जांच की मांग की है।
उज्जैन: उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी और कुख्यात अपराधी विकास दुबे को बृहस्पतिवार सुबह मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस छह दिनों उसकी तलाश कर रही थी। वहीं, महाकाल मंदिर की सुरक्षा अधिकारी रूबी यादव ने बताया कि सुबह 7:15 बजे के करीब उनकी टीम राउंड पर थी तभी उन्हें जानकारी मिली कि एक फूलवाले ने विकास दुबे जैसे संदिग्ध को देखा है।
आज तक में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, रूबी ने बताया कि फूलवाले ने ही हमारी टीम को कॉल किया था। फिर मैंने अपनी टीम से कहा कि जब तक हम कन्फर्म नहीं हो जाते तब तक उसको पकड़ना नहीं है। विकास दुबे बाहर घूम रहा था और कुछ भी कर सकता था। फिर हमारी टीम उसके पीछे लग गई। उसने 250 रुपये का टिकट लिया और शंख द्वार से एंट्री की, तब तक हमारी टीम ने उस पर कोई एक्शन नहीं लिया था।
उन्होंने आगे कहा, इसके बाद मैंने अपने सिक्युरिटी गार्ड से उसकी फोटो भेजने को कहा। फिर मैंने अपनी टीम को वॉच करने को कहा। जितनी देर में उसने दर्शन किए, उतनी देर में मैंने गूगल कर उसकी तस्वीर खंगाल ली। गूगल सर्च में वांटेड फोटो में उसके सिर पर चोट का निशान था। मेरे गार्ड ने जो फोटो भेजा था, उसे फिर मैंने जूम करके देखा तो उसके माथे पर चोट के निशान थे। इसके बाद मैं कन्फर्म हो गई कि ये विकास दुबे है, लेकिन मैंने ये बात अपनी टीम से शेयर नहीं की, ताकि कोई पैनिक ना हो।
उन्होंने कहा, हमने एसपी साहब को फोन करके इस बात की जानकारी दी। फिर मैंने अपने सुरक्षा गार्डों से कहा कि उसे आप लड्डू काउंटर पर बैठाइए और उसे शक नहीं होना चाहिए कि हम उसे वॉच कर रहे हैं। मैंने सुरक्षा गार्डों से कहा कि आप उससे आईडी कार्ड के बार में पूछें और दूसरी बात कीजिए। जब उससे नाम पूछा गया तो उसने अपना नाम शुभम बताया और जेब से आईकार्ड निकालकर दिया। इस आईकार्ड पर उसका नाम नवीन पाल था। वो फर्जी आई कार्ड के जरिए दबंगई के साथ घूम रहा था।
रुबी ने बताया कि उसने मंदिर में ही कबूल लिया था कि वो विकास दुबे है। इस दौरान उसने हमारे एक गार्ड से हाथपाई भी की। उसने एक गार्ड का नेम प्लेट निकाल लिया और उसकी घड़ी तोड़ दी, उसके अंदर कोई डर नहीं था। हालांकि थोड़ी देर में एसपी और एरिया की पुलिस मौक पर आ गई और उसे हिरासत में ले लिया।
विकास दुबे को आज किया गया गिरफ्तार
बता दें कि अभी तक मिली जानकारी के अनुसार विकास को महाकाल प्रशासन मंदिर के सुरक्षा में लगे कर्मियों और कुछ अन्य लोगों ने पहचाना। बाद में पूछे जाने पर उसने खुद ही खुलासा कर दिया। इसके बाद पुलिस को जानकारी दी गई। विकास दुबे पर कानपुर में पिछले हफ्ते 8 पुलिसकर्मियों की हत्या की साजिश का आरोप है। पिछले 2 जुलाई की रात की इस घटना के बाद से वह फरार चल रहा था। उस पर पुलिस ने 5 लाख रुपये तक कर दिया गया। इससे पहले गुरुवार सुबह विकास के दो और गुर्गे पुलिस द्वारा मारे गए।