पटना के नामी स्कूल की महिला टीचर पर लगा नाबालिग बच्चे का यौन शोषण करने का आरोप, मामले की जांच में जुटी पुलिस
By एस पी सिन्हा | Published: November 7, 2019 07:30 PM2019-11-07T19:30:26+5:302019-11-07T19:30:26+5:30
पटना: पीड़ित छात्र के शरीर पर मारपीट के निशान मौजूद हैं. छठ पर्व के मद्देनजर स्कूल बंद था लिहाजा पुलिस ने छुट्टी के बाद स्कूल के खुलने का इंतजार किया.
बिहार की राजधानी पटना के बुद्धा कॉलोनी थानाक्षेत्र में एक प्रतिष्ठित स्कूल की महिला टीचर द्वारा पांचवीं क्लास के एक नाबालिग छात्र के यौन शोषण करने के आरोप का मामला अब तूल लगा है. महापर्व छठ के खरना के दिन पीडित छात्र के परिवारवालों ने थाने पहुंचकर इसकी शिकायत की. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए गहन जांच शुरू कर दी है.
एएसपी स्वर्ण प्रभात ने कहा कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. स्कूल में लगे सीसीटीवी के फुटेज की भी जांच हो रही है. आरोप है कि 10 साल का इस छात्र को शिक्षिका जबर्दस्ती अपने चेंबर में ले गई और उसके साथ गंदी हरकतें की. इसका विरोध करने पर आरोपी टीचर ने छात्र की बेरहमी से पिटाई की.
पीड़ित छात्र के शरीर पर मारपीट के निशान मौजूद हैं. छठ पर्व के मद्देनजर स्कूल बंद था लिहाजा पुलिस ने छुट्टी के बाद स्कूल के खुलने का इंतजार किया. चार नवंबर को स्कूल खुलते ही पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर लिया. थाने से स्कूल मैनेजमेंट को नोटिस दे दिया गया है, लेकिन आरोपी शिक्षिका के छुट्टी पर होने की वजह से जांच पूरी नहीं हो पाई है. पुलिस ने स्कूल प्रबंधन से जल्द से जल्द सीसीटीवी फुटेज मुहैया कराने का आदेश दिया है.
घरवालों के मुताबिक उन्होंने जब टीचर से इसके बारे में पूछा तो उसने कहा कि मैं स्कूल डायरेक्टर की रिश्तेदार हूं और ज्यादा बहस की तो बच्चे का जीवन बर्बाद कर दूंगी. पीड़ित छात्र ने बताया कि उसके साथ ये सब एक साल से चल रहा था. वह जब चौथी कक्षा में था तभी से शिक्षिका उसे अपने चैंबर में लेकर जाती और कपड़े उतरवाकर उसके साथ अश्लील हरकत करती थी. उसे धमकी देती कि अगर मां को बताओगे तो वो तुम्हारी बात नहीं मानेंगी. तुम्हारे पापा नहीं हैं और तुम्हारी मां का मुझपर पूरा भरोसा है.
बच्चे ने बताया कि यही कारण था कि वह लंबे समय तक चुप रहा. छात्र की मां ने बताया कि बेटे के व्यवहार में चिड़चिड़ापन आ गया था. वह कभी मेरे सामने कपड़े नहीं उतारता था. उसके सीने और पीठ पर निशान थे. जब उन्होंने इस बारे में कई बार पूछा तो उसने झल्लाकर कहा कि मैं करंट लगाकर मर जाऊंगा. किसी तरह समझाकर पूछने पर पूरा सच बताया.
इसके बाद मां उसे रेडक्रॉस सोसायटी में लेकर गई, जहां से प्रारंभिक उपचार के बाद पीएमसीएच रेफर कर दिया गया. जांच में मालूम हुआ कि उसके निजी अंगों पर भी प्रताडना के निशान हैं. छात्र की मां ने स्कूल निदेशक पर मामले को दबाने का आरोप लगाया है.
बता दें कि चार साल पहले भी पटना के एक नामी स्कूल में महिला टीचरों पर मासूम छात्रा के साथ अश्लील हरकत करने का आरोप लगा था. इसमें आरोपी शिक्षिकाएं दोषी पाई गईं और जेल तक की सजा हुई. अब एक बार फिर ऐसा मामला सामने आने से अभिभावकों और छात्रों के मन में स्कूलों को लेकर आशंका घर कर गई है.