'बाथरूम में नोटों से भरे कई बैग को जलाकर किया गया फ्लश, पटना के इंजीनियर के घर पर हुई छापेमारी तो ऐसा था हाल, 16 लाख बरामद
By एस पी सिन्हा | Published: November 20, 2019 05:00 PM2019-11-20T17:00:59+5:302019-11-20T17:00:59+5:30
निगारानी की इस कार्रवाई के बारे में कहा जा रहा है कि पथ निर्माण विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर ने 83 लाख रुपए घूस मांगे थे, जिसकी पहली खेप के तौर पर 16 लाख रुपए वह ले रहा था.
निगरानी विभाग की टीम ने बिहार में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना में छापेमारी कर 16 लाख रुपए लेते हुए एक कार्यपालक अभियंता (एक्जीक्यूटिव इंजीनियर) को गिरफ्तार किया है। सबसे मजेदार बात तो यह है कि जब निगरानी की कार्रवाई के दौरान एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के परिवार वालों ने नोटों से भरे कई थैले को पलक झपकते ही बाथरुम ले जाकर आग लगा दिया। कहा जा रहा है कि निगरानी को सूबत न मिल सके इसलिए नोटों और कई दस्तावेजों को राख करने के बाद कमोड में फ्लश कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जिस अभियंता को निगरानी की टीम ने गिरफ्तार किया है वह कटिहार में पथ निर्माण विभाग में पदस्थापित है. निगरानी की टीम को इंजीनियर के खिलाफ शिकायत मिली थी, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई. निगरानी की टीम को इंजीनियर की अकूत संपत्ति का भी पता चला है जो करोड़ों रुपए में बताई जा रही है.
जांच टीम अभी भी अपार्टमेंट की जांच कर रही है
इस मामले में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा की जा रही है. पटना में विजिलेंस की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा है. बताया जा रहा है कि इंजीनियर के घर जैसे ही निगरानी की टीम ने छापेमारी की तो पहले इस इंजीनियर ने हेकड़ी दिखाई, लेकिन निगरानी की टीम के आगे उसकी एक न चली. पटना के अंबेदकर पथ के हरि चरण अपार्टमेंट में अभी भी निगरानी की कार्रवाई चल रही है.
निगारानी की इस कार्रवाई के बारे में कहा जा रहा है कि पथ निर्माण विभाग के एक्जीक्यूटिव इंजीनियर ने 83 लाख रुपए घूस मांगे थे, जिसकी पहली खेप के तौर पर 16 लाख रुपए वह ले रहा था. निगरानी की टीम जिस वक्त एक्जीक्यूटिव इंजीनियर के घर में छापेमारी कर रही थी, उसी दौरान घर में आग लगने की भनक टीम को मिली. जब निगरानी की टीम ने दौड़ कर बाथरूम में देखा तो वहां जले हुए नोट मिले साथ ही कुछ नोट को राख करने के बाद उसे फ्लश कर दिया गया था. बताया जाता है कि कटिहार में तैनात इंजीनियर के यहां से करीब दो से ढाई करोड़ रुपए की बरामदगी की संभावना है. निगरानी की कार्रवाई चल रही है.
घटना के बाद से पथ निर्माण विभाग कार्यालय में सुरक्षा बढ़ा दी गई है
इधर, पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता अरविंद कुमार की पटना में गिरफ्तारी के बाद कटिहार सहायक थाना पुलिस ने पथ निर्माण विभाग कार्यालय में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है. कार्यालय में कार्यरत कर्मियों को हिदायत देते हुए बाहर जाने से रोका गया और सभी कर्मियों पर निगरानी बढा दी गई है. निगरानी की टीम ने जहां इंजीनियर को अपनी कस्टडी में लिया है।
वहीं आग लगाने वाले परिवार के लोगों से से सख्ती से पूछताछ कर रही है. पटना में इंजीनियर अरविंद कुमार अपने परिवार के साथ रहता है. निगरानी के एएसपी मनोज कुमार ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और फिलहाल छापेमारी पटना में ही चल रही है. नोट जलाने की घटना के बारे में उन्होंने कहा कि प्रथम दृ्ष्टया ऐसा ही प्रतीत हो रहा है कि दस्तावेज और नोट में आग लगाई गई है. लेकिन फिलहाल ये जांच का विषय है.