Patna Police: छुट्टी नहीं मिलने से दबाव?, एएसआई अजीत सिंह ने सिर में गोली मारकर खुदकुशी की, जानें कहानी
By एस पी सिन्हा | Published: November 2, 2024 02:52 PM2024-11-02T14:52:20+5:302024-11-02T14:53:34+5:30
Patna Police: मृतक भोजपुर जिले के तरारी थाना क्षेत्र के बड़कागांव का रहने वाला थे। मृतक अजीत सिंह कुशवाहा शादी शुदा थे और वे दो बच्चों के पिता थे।
Patna Police: बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित ट्रैफिक संचालन कार्यालय एकता भवन के बैरक में शनिवार को एक एएसआई (सहायक पुलिस निरीक्षक) ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मृतक एएसआई अजीत सिंह पुलिस लाइन में तैनात थे। उन्होंने अपने सिर में गोली मारकर खुदकुशी कर ली। जहां बॉडी पडी थी, वहां से सटे बहुत सारे बेड हैं। एक छत के नीचे कई पुलिसकर्मी रहते हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद गांधी मैदान पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गई। पटना सिटी एसपी (मध्य) स्वीटी सेहरावत भी मामले की जांच करने पहुंचीं।
घटना के बाद एफएसएल की टीम भी बॉडी की जांच की। मृतक भोजपुर जिले के तरारी थाना क्षेत्र के बड़कागांव का रहने वाला था। उन्होंने बताया कि फॉरेंसिक टीम भी मौके पर पहुंचकर जांच में जुटी है। आत्महत्या के कारणों का अब तक पता नही चल पाया है। मृतक अजीत सिंह कुशवाहा शादी शुदा थे और वे दो बच्चों के पिता थे।
घटना की सूचना पर परिजन भी मौके पर पहुंचे। इसके बारे में मृतक एएसआई का भतीजा विकास कुमार ने बताया कि पहले से सब ठीक था, बिल्कुल नॉर्मल थे। छुट्टी नहीं मिलने से कुछ दिनों से दबाव में थे। हालांकि पुलिस पदाधिकारियों ने ऐसी वजहों का खंडन किया है और जांच की बात कही है। अजीत सिंह बिहार पुलिस में सिपाही थे और कुछ महीने पहले ही प्रमोशन पाकर एएसआई बने थे।
पुलिस ने कहा है कि मामले की जांच होगी। वहीं, पिता विनोद सिंह ने कहा कि घर से कोई प्रेशर नहीं था। मेरे चार बेटे हैं। कौन मारा या क्या हुआ, मुझे कुछ पता नहीं है। परिजनों ने कई तरह के आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि मेरा बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता। उनके दूसरे परिजनों ने कहा की गोली मारने के बाद ढाई घंटे तक उनकी बॉडी पड़ी रही, लेकिन उसे किसी ने छुआ तक नहीं।
जबकि, उसे अस्पताल भी ले जाना चाहिए था। परिजनों ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच करने की मांग की है। उधर, पुलिस अन्य पुलिसकर्मियों से पूछताछ कर रही है। उल्लेखनीय है कि बीते 17 दिनों के अंदर तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। तीनों ही मामला आत्महत्या का है। पिछले महीने सीतामढ़ी के बैरगनिया थाना के थानाध्यक्ष का शव फंदे से लटका मिला था।
जबकि गुरुवार यानी दिवाली के दिन समस्तीपुर पुलिस लाइन में बैरक में बाथरूम के अंदर एक महिला सिपाही का शव खिड़की में फंदे से झूलता मिला था। जबकि एक एएसआई ने सिर में गोली मारकर खुदकुशी कर ली। तीनों ही मौत मामले में कई सवाल उठे।
अगर इन पुलिसकर्मियों ने खुदकुशी की तो इसके पीछे की वजह क्या रही होगी? इसके बारे में कोई स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है। वहीं एक के बाद एक करके पुलिसकर्मियों की खुदकुशी के मामले ने पुलिस महकमे की चिंता भी बढ़ा दी है।