ओडिशा: मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आवास के सामने महिला ने की आत्महत्या की कोशिश, पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: September 26, 2022 07:16 PM2022-09-26T19:16:09+5:302022-09-26T19:33:22+5:30
ओडिशा के भद्रक की रहने वाली 39 साल की एक महिला मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आवास के सामने वाले पेड़ पर चढ़ गई और खुद को मारने की धमकी देने लगी।
भुवनेश्वर: ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आवास के सामने रविवार को एक महिला ने आत्महत्या की कोशिश की। बताया जा रहा है कि भद्रक की रहने वाली 39 साल की महिला मुख्यमंत्री आवास के सामने एक पेड़ पर चढ़ गई और खुद को मारने की धमकी देने लगी। जैसे ही सीएम सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की नजर उस पर पड़ी, उन्होंने दौड़कर फायरकर्मियों की मदद से उसे पेड़ से उतारा।
इसके बाद आनन-फानन में महिला पुलिस को बुलाया गया और उसने महिला से आत्महत्या के बारे में पूछताछ की तो पता चला कि महिला पुलिस उत्पीड़न की शिकार थी। समाचार वेबसाइट द टलीग्राफ के मुताबित मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के आवास के सामने आत्मदाह करने का प्रयास करने वाली महिला का नाम मोनोरामा बारिक है।
पुलिस पूछताछ में नवीन निवास के जान देने गई महिला ने बताया, "मेरे पति ने मुझे छोड़ दिया है और वो मुझे गुजारा भत्ता भी नहीं देता है। मैं सालों से न्याय पाने के लिए संघर्ष कर रहा हूं। पुलिस मेरे पति के साथ मिली हुई है, जिस कारण मुझे न्याय नहीं मिल पा रहा है। इस कारण मैं भद्रक से भुवनेश्वर आयी और नवीन निवास के सामने जान देना चाहती थी।”
इसके साथ ही महिला ने कहा, “जब मैं नौवीं कक्षा में पढ़ रही थी तभी मेरे भाई की हत्या कर दी गई थी। मैं उस मामले का अकेली गवाह हूं, बाद में मुझे हत्या के मामले में शामिल आरोपी से शादी करने के लिए मजबूर किया गया। मैंने इसे मान लिया और समझौता भी कर लिया। लेकिन मैं कभी भी शांतिपूर्ण जीवन नहीं जी पाई। मेरे पति ने मुझे बार-बार पीटा और मुझे झूठे मामले में फंसाया गया। पुलिस ने मुझे सलाखों के पीछे डाल दिया गया। मुझे पांच साल पहले केस से बरी किया गया लेकिन जब मैंने पति के खिलाफ आवाज उठाने की कोशिश की तो मुझे फिर से पीटा गया।”
इसके आगे मोनोरामा ने कहा, “मैंने मुख्यमंत्री शिकायत प्रकोष्ठ में भी अपनी शिकायत दर्ज करवाई। मैं पिछले एक साल से इंसाफ के लिए भटक रही हूं। कल फिर मेरे खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई लेकिन पुलिस मेरी एक नहीं सुनती है। इसलिए मैंने सीएम आवास के सामने जान देने के लिए आयी थी।"
घटना के संबंध में सीएम आवास की ओर से बताया गया है कि मामले में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को निष्पक्ष जांच के आदेश दिये गये हैं और भद्रक पुलिस से इस संबंध में रिपोर्ट भी मांगी गई है।