नन रेप केसः 12 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजे गए बिशप मुलक्कल, 13 बार रेप करने के हैं आरोप
By भाषा | Published: September 25, 2018 01:41 AM2018-09-25T01:41:45+5:302018-09-25T01:43:48+5:30
अदालत ने उन्हें छह अक्तूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बिशप को एक अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद पाला स्थित उप जेल में भेजा गया।
कोट्टायम, 25 सितंबर: रोमन कैथोलिक बिशप फ्रैंको मुलक्कल को अदालत ने 12 दिनों के लिए सोमवार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उन्हें एक नन से बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
मुलक्कल को केरल में कोट्टायम जिला स्थित पाला मजिस्ट्रेट अदालत में सोमवार को पेश किया गया। उनकी दो दिनों की पुलिस हिरासत की अवधि पूरी होने के बाद उन्हें अदालत में पेश किया गया था।
अदालत ने उन्हें छह अक्तूबर तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। बिशप को एक अस्पताल में मेडिकल जांच के बाद पाला स्थित उप जेल में भेजा गया।
इसबीच, बिशप ने सोमवार को केरल उच्च न्यायालय में एक जमानत याचिका दायर की। मजिस्ट्रेट अदालत ने शनिवार को उनकी एक जमानत याचिका खारिज कर दी थी।
न्यायाधीश राजा विजय राघवन ने याचिका को विचार करने के लिए बृहस्पतिवार के लिए सूचीबद्ध कर दिया।
इस बीच, मुख्य न्यायाधीश ऋषिकेश रॉय और न्यायमूर्ति ए के जयशंकरन नांबियार सदस्यता वाली उच्च न्यायालय की पीठ ने सोमवार को कई याचिकाओं का निपटारा किया। इनमें वे याचिकाएं भी शामिल हैं, जिनके जरिए नन को सुरक्षा मुहैया करने और अदालत की निगरानी में जांच कराए जाने की मांग की गई है। सीबीआई जांच की मांग करने वाली एक अन्य याचिका वापस ले ली गई।
वहीं, केरल कैथोलिक बिशप काउंसिल (केसीबीसी) ने दावा किया है कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व बलात्कार के आरोप में बिशप की गिरफ्तारी के मद्देनजर समूचे चर्च की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। साथ ही, इसे अन्याय करार दिया।
केसीबीसी के प्रवक्ता वर्गीज वल्लीकत द्वारा जारी एक बयान में आरोप लगाया है कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व, मीडिया का एक धड़ा और चर्च के अंदर के कुछ असंतुष्ट लोग कैथोलिक चर्च को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।
इस बीच, वायनाड से प्राप्त खबर के मुताबिक चर्च ने मुलक्कल की गिरफ्तारी की मांग के लिए कोच्चि में हाल में हुए ननों के प्रदर्शन में भाग लेने को लेकर एक कैथोलिक नन (सिस्टर लुसी कलापुरा) पर लगाए प्रतिबंधों को हटा दिया है।