इंस्पेक्टर सुबोध की मौत पर बोले CM योगी-यूपी में कोई मॉब लिंचिंग नहीं, बुलंदशहर की घटना 'एक्सीडेंट'
By स्वाति सिंह | Published: December 8, 2018 09:50 AM2018-12-08T09:50:36+5:302018-12-08T09:54:10+5:30
बुलंदशहर के स्याना गांव में सोमवार को गौहत्या की अफवाह के बाद फैली हिंसा में एक पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह और एक आम नागरिक सुमित की मौत हो गई थी।
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भीड़ द्वारा पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की मौत पर सीएम योगी ने चुप्पी तोड़ी है। योगी आदित्यनाथ ने बुलंदशहर में हुई घटना को एक एक्सीडेंट करार दिया है। सीएम योगी कहा कि यह मामला मॉब लिंचिंग का नहीं बल्कि एक एक्सीडेंट था। हालांकि उन्होंने भी साफ़ किया है कि घटना में जिम्मेदार आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा और उन्हें कड़ी सजा मिलेगी।
शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के परिजनों ने की सीएम योगी से मुलाकात
बुलंदशहर हिंसा में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के परिजन गुरुवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने सीएम आवास पहुंचे थे। मुलाकात के दौरान उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह भी मौजूद थे। इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की पत्नी ने सीएम योगी से अपना दर्द बयां किया। सीएम ने इंस्पेक्टर के बेटे श्रेय और अभिषेक से भी बात की और परिजनों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। बता दें कि सीएम योगी ने मृतक इंस्पेक्टर की पत्नी को यूपी सरकार की तरफ से 40 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया। इसके साथ उनके माता-पिता तो 10 लाख रुपए और किसी एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। शहीद इंस्पेक्टर के बेटे अभिषेक का कहना है कि उन्हें मुख्यमंत्री से न्याय की उम्मीद है।
क्या था पूरा बुलंदशहर हिंसा मामला
बुलंदशहर के स्याना गांव में सोमवार को गौहत्या की अफवाह के बाद फैली हिंसा में एक पुलिस अधिकारी सुबोध कुमार सिंह और एक आम नागरिक सुमित की मौत हो गई थी। इस मामले में अब तक 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में 27 लोग नामजद और 60 पर FIR दर्ज की गई है। सीएम योगी ने जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन किया है। जिसकी छह टीम अलग-अलग तरीके से जांच कर रही है लेकिन फिर भी मामले में मुख्य आरोपी योगोश कुमार को पकड़ने में असफल है।