निर्भया केस: मिल गया जल्लाद, तैयारी जोरों पर, इस तारीख में दी सकती है दोषियों को फांसी
By रोहित कुमार पोरवाल | Published: December 11, 2019 09:16 AM2019-12-11T09:16:46+5:302019-12-11T09:45:08+5:30
मेरठ के मशहूर पवन जल्लाद को तिहाड़ जेल से फोन किया गया है। मेरठ जेल के महानिदेशक आनंद कुमार ने पुष्टि की है कि इस बाबत उन्हें दिल्ली की तिहाड़ जेल का पत्र प्राप्त हुआ है।
निर्भया गैंगरेप-हत्याकांड के चारों दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए जल्लाद मिल गया है। तिहाड़ जेल प्रशासन देश के अन्य जेलों में जल्लाद की तलाश कर रहा था। आखिर जल्लाद की तलाश मेरठ से पूरी हुई। जेल में जल्लाद की भूमिका निभाने वाले मेरठ के पवन को निर्भया केस के चारों दोषियों को फांसी देने की जिम्मेदारी दी गई है।
हिंदुस्तान की खबर के मुताबिक, मेरठ के मशहूर पवन जल्लाद को तिहाड़ जेल से फोन किया गया है। मेरठ जेल के महानिदेशक आनंद कुमार ने पुष्टि की है कि इस बाबत उन्हें दिल्ली की तिहाड़ जेल का पत्र प्राप्त हुआ है।
बता दें कि मामले के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में रखा गया है। एक दोषी को दिल्ली के मंडोली जेल में रखा गया था लेकिन हाल में उसे भी तिहाड़ जेल भेज दिया गया है।
इससे पहले खबर आई थी कि तिहाड़ जेल में गुनहगारों को फांसी दिए जाने से पहले अभ्यास कार्य चल रहा है। इसके लिए आरोपियों के पुतले बनाए गए हैं, जिनमें 100-100 किलोग्राम रेत भरकर और फिर उन्हें लटकाकर तैयारी की जांच की जा रही है।
इसी के साथ फांसी के तख्त के पास उगी घास फूस को भी साफ कर दिया गया है।
फांसी देने के लिए विशेष तौर पर रस्सी का इंतजाम किया गया है। रस्सियों को बिहार के बक्सर जेल से मंगवाया गया है। बक्सर से 10 रस्सियां मंगवाई गई हैं।
बता दें कि दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए अब सिर्फ ब्लैक वारंट का इंतजार हो रहा है। इस केस में एक दोषी विनय शर्मा ने दया याचिका दायर की थी। निर्धारित प्रक्रिया के तहत दया याचिका गृह मंत्रालय से होते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के पास पहुंच चुकी है। गृह मंत्रालय ने राष्ट्रपति से याचिका खारिज करने की सिफारिश की है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की मुहर लगते ही दोषियों को फांसी पर लटकाने के लिए ब्लैक वारंट जारी होगा। मीडिया में ऐसी खबर है कि दोषियों को निर्भया की बरसी पर फांसी पर लटकाया जा सकता है।
बता दें कि 16 दिसंबर 2012 को दिल्ली के बसंत विहार इलाके में चलती बस में मेडिकल की एक छात्रा के साथ गैंगरेप के बाद उसकी नृशंस हत्या कर दी गई थी। मामले के 6 दोषियों में एक ने जेल में ही आत्महत्या कर ली थी। एक नाबालिग दोषी को बाल सुधार गृह भेजा गया था और बाकी बचे चार दोषियों को फांसी दी जानी है।