लखनऊ: निधि गुप्ता मर्डर केस में फरार आरोपी सूफियान पुलिस एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार, सिर पर था 25 हजार रुपये का इनाम
By विनीत कुमार | Published: November 18, 2022 02:40 PM2022-11-18T14:40:32+5:302022-11-18T15:03:04+5:30
लखनऊ: निधि गुप्ता मर्डर मामले में पुलिस ने आरोपी सूफियान को गिरफ्तार कर लिया है। यूपी पुलिस के अनुसार सूफियान को एक मुठभेड़ के बाद लखनऊ से ही शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में निधि गुप्ता हत्याकांड मामले में में फरार चल रहा आरोपी सूफियान को पुलिस ने एक एनकाउंटर के बाद शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। एनकाउंटर के बाद घायल सूफियान को केजेएमयू ट्रॉमा सेंटर इलाज के लिए भेजा गया। यह मुठभेड़ दुबग्गा इलाके में हुआ। सामने आई जानकारी के अनुसार सूफियान ने पुलिस टीम पर फायरिंग की थी जिसके बाद पुलिस ने उसके पैर में गोली मारकर उसे गिरफ्तार कर लिया।
निधि गुप्ता की हत्या मंगलवार शाम दुबग्गा इलाके में एक छत से नीचे गिराकर कर दी गई थी। इसके बाद से मामले में सूफियान की पुलिस को तलाश थी। पुलिस ने सूफियान को पकड़ने के लिए उसके सिर पर इनाम भी रखा था।
पुलिस के अनुसार, आरोपी घटना की रात से ही फरार चल रहा था, जिसके बाद पुलिस ने उसकी गिरफ्तारी के लिए 25,000 रुपये के नकद इनाम की घोषणा की थी। सुफियान की तलाश में नौ टीमों को लगाया गया था। पुलिस के मुताबिक सूफियान और निधि गुप्ता का प्रेम प्रसंग चल रहा था।
यूपी से बाहर भी सूफियान की तलाश में थी पुलिस
सूफियान की तलाश के लिए राजस्थान, उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा में चार टीमें गठित की गई थीं। पुलिस ने सुफियान की कॉल डिटेल के आधार पर उससे जुड़े कई लोकेशन की तलाश की। आरोपों के अनुसार सूफियान ने कथित तौर पर किसी बात पर बहस के बाद अपनी प्रेमिका निधि की लखनऊ में एक इमारत की चौथी मंजिल से धक्का देकर हत्या कर दी थी।
पीड़िता को गंभीर चोटिल अवस्था में उसके परिजनों द्वारा किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने इलाज के दौरान उसे मृत घोषित कर दिया। घटना मंगलवार रात लखनऊ के दुबग्गा थाना क्षेत्र के बसंत कुंज के सेक्टर एच में हुई थी।
निधि के परिवार वालों की ओर से दर्ज कराए गए एफआईआर में आरोप लगाया गया है कि सूफियान लगातार उस पर धर्म बदलने का दबाव बना रहा था। पुलिस ने सूफियान के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 और यूपी एंटी-कंवर्जन लॉ के धारा 3 और 5 (1) के तहत मामला दर्ज किया था।