NIA Raid in Bihar: एनआईए ने बिहार में 32 जगहों पर एक साथ की छापेमारी, टेरर मॉड्यूल मामले में मिले अहम सबूत
By एस पी सिन्हा | Published: September 8, 2022 06:14 PM2022-09-08T18:14:16+5:302022-09-08T18:15:30+5:30
NIA Raid in Bihar: एनआईए ने पटना के फुलवारीशरीफ समेत दरभंगा, मधुबनी, छपरा, अररिया, सारण, कटिहार और मुजफ्फरपुर समेत कई जगहों पर छापेमारी की है।
पटनाः देश विरोधी गतिविधियों के मामले में एसडीपीआई और पीएफआई के कनेक्शन से जुड़े लोगों के घर एनआईए की टीम ने बिहार के कई शहरों में 32 जगहों पर एक साथ छापेमारी की है। यह छापेमारी फुलवारीशरीफ 'आतंकवादी मॉड्यूल' से जुड़े मामले में की गई है।
एनआईए ने पटना के फुलवारीशरीफ समेत दरभंगा, मधुबनी, छपरा, अररिया, सारण, कटिहार और मुजफ्फरपुर समेत कई जगहों पर छापेमारी की है। इस छापेमारी में कई अहम सुराग हाथ लगने की खबर है। हालांकि इसकी जानकारी एनआईए की टीम ने नही दी है। एनआईए ने फुलवारीशरीफ के गोनपूरा में रहने वाले मोहम्मद अमीन एवं मोहम्मद खलीकुर्रजमा के घरों पर छापेमारी की।
छापेमारी में एनआईए को क्या मिला इसकी अभी जानकारी नहीं मिल पाई है। सूत्रों के मुताबिक फुलवारी शरीफ में सिमी संगठन से जुड़े लोगों की कुंडली भी एनआईए की टीम खंगाल रही है। वहीं, अररिया के जोकीहाट में एहसान परवेज के घर पर छापा मारा है। फुलवारी शरीफ मामले में एहसान का नाम सामने आया था।
एहसान एसडीपीआई का प्रदेश महासचिव है। एनआईए की टीम ने परवेज की घर की तलाशी ली और परवेज को हिरासत में लिया है। सूत्रों के मुताबिक एहसान पीएफआई का जिला संयोजक है। इसके साथ ही मोहम्मद अमीन एवं मोहम्मद खलीकुर्रजमा गोनपूरा के ही रहने वाले हैं।
मोहम्मद अमीन एक बीएड कॉलेज में क्लर्क का काम करता है, जबकि खलीकुर्जमा जमीन के कारोबार एवं अन्य व्यवसाय से जुडा हुआ है। इन दोनों के खिलाफ पीएफआई एसडीपीआई के मामले में फुलवारी शरीफ थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज है। बता दें कि इस पूरे मामले में फुलवारी शरीफ में 26 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।
वहीं, फुलवारीशरीफ कांड के बाद अचानक से चर्चा में आये एसडीपीआई के प्रदेश अध्यक्ष शमीम अख्तर पहली दफा मीडिया से मुखातिब हुए। इस दौरान केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि अभी हाल में ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पटना आकर यह बयान दिया था कि अब क्षेत्रीय पार्टियां खत्म हो जाएंगी।
केंद्र सरकार ईडी, एनआईए व सीबीआई को अपनी कठपुतली बनाकर लोगों को परेशान कर रही है। बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया हों या झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, सभी को केंद्र सरकार परेशान कर रही है। क्षेत्रीय पार्टियों को समाप्त करने के षड्यंत्र के तहत ही एसडीपीआई से जुड़े लोगों को भी निशाने पर लिया जा रहा है। कहा कि केंद्र सरकार लोकतंत्र की हत्या करने पर तूली है।