नवी मुंबई में बार चलाते हैं समीर वानखेड़े, नवाब मलिक का दावा- नाबालिग रहते हुए मिला था लाइसेंस
By अनिल शर्मा | Published: November 20, 2021 10:27 AM2021-11-20T10:27:00+5:302021-11-20T11:22:29+5:30
वानखेड़े परिवार पर शराब का धंधा करने का आरोप लगाते हुए महाराष्ट्र मंत्री ने आगे कहा, समीर दाऊद वानखेड़े को अपनी करतूतों की वजह से नौकरी खोनी पड़ेगी और उन्हें जेल जाना पड़ेगा।

नवी मुंबई में बार चलाते हैं समीर वानखेड़े, नवाब मलिक का दावा- नाबालिग रहते हुए मिला था लाइसेंस
मुंबईः एमसीपी नेता व महाराष्ट्र के मंत्रि नवाब मलिक ने एक बार फिर एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर हमला बोला है। मलिक ने दावा किया कि समीर वानखेड़े नवी मुंबई में बार चलाते हैं जिसका लाइसेंस उन्हें नाबालिक रहते मिला था।
समीर वानखेड़े के परिवार पर हमला बोलते हुए एनसीपी नेता ने कहा कि ये सब फर्जी लोग हैं। बकौल नवाब मलिक- 'नाम बदलने में फर्जीवाड़ा...बार का लाइसेंस बनवाने में फर्जीवाड़ा...नौकरी में भी जालसाजी...जाति प्रमाण पत्र बनवाने में फर्जीवाड़ा...ये सब फर्जी लोग हैं'।
समीर के पिता ने अबकारी विभाग रहते फर्जी लाइसेंस बनवाया
वानखेड़े परिवार पर शराब का धंधा करने का आरोप लगाते हुए महाराष्ट्र मंत्री ने आगे कहा, समीर दाऊद वानखेड़े को अपनी करतूतों की वजह से नौकरी खोनी पड़ेगी और उन्हें जेल जाना पड़ेगा। मलिक ने दावा किया है कि समीर वानखेड़े के पिता ने राज्य आबकारी विभाग में काम करते हुए 1997-98 में समीर दाऊद उर्फ ज्ञानदेव वानखेड़े के नाम से फर्जी लाइसेंस बनवाया था।
सद्गुरु रेस्तरां और बार 1997 से चल रहा हैः नवाब मलिक
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मलिक ने कहा कि समीर वानखेड़े के नाम पर 1997 से इस परमिट का नवीनीकरण किया जा रहा है। अब 2022 तक 3 लाख 17 हजार 650 रुपये का भुगतान किया जा चुका है। समीर वानखेड़े उस समय 17 साल, 10 महीने और 19 दिन के थे। फिर भी, उनके पिता ने लाइसेंस प्राप्त किया। सद्गुरु रेस्तरां और बार 1997 से चल रहा है, जबकि 18 साल से कम उम्र के किसी भी शख्स को लाइसेंस जारी नहीं किया जा सकता।
महाराष्ट्र मंत्री ने बीजेपी पर वानखेड़े को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा, इतने फर्जीवाड़े सबूत के तौर पर सामने रखे गए हैं, इसलिए अब केंद्र सरकार को उन्हें बचाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। अगर सरकारें जालसाजी के समर्थन में खड़ी होती हैं, तो उनकी छवि खराब हो सकती है।
वानखेड़े को नौकरी पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं हैः मलिक
नवाब मलिक ने कहा कि वानखेड़े ने जानबूझकर इस जानकारी को छुपाया कि वह शराब का धंधा चलाकर और बार किराए पर देकर केंद्र सरकार के नियमों का सीधा उल्लंघन कर रहे हैं। इसलिए उन्हें नौकरी पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।