नासिकः विवाह के लिए लड़कियों की तस्करी, पांच सदस्यीय गिरोह का भंडाफोड़, महिला-पुरुष को 1.75 लाख रुपये में लड़की बेची, ऐसे हुआ खुलासा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: August 3, 2022 01:40 PM2022-08-03T13:40:58+5:302022-08-03T13:41:54+5:30
पुलिस अधीक्षक (एसपी) सचिन पाटिल ने बताया कि 23 जुलाई को जिले के ओझार से 14 वर्षीय एक किशोरी के लापता होने के बाद पुलिस ने सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज से प्रियंका देवीदास पाटिल का पता लगाया।
नासिकःमहाराष्ट्र में नासिक ग्रामीण पुलिस ने विवाह के लिए लड़कियों की तस्करी में कथित तौर पर शामिल पांच सदस्यीय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) सचिन पाटिल ने बताया कि 23 जुलाई को जिले के ओझार से 14 वर्षीय एक किशोरी के लापता होने के बाद पुलिस ने सबसे पहले सीसीटीवी फुटेज से प्रियंका देवीदास पाटिल का पता लगाया। उन्होंने कहा कि प्रियंका ने पुलिस को बताया कि उसने अपनी मित्र रत्ना वीरकम कोली की मदद से धुले जिले के शिरपुर में एक महिला और एक पुरुष को 1.75 लाख रुपये में लड़की बेच दी।
पाटिल के मुताबिक, पुलिस ने जल्द ही रत्ना कोली और सुरेखाबाई जागो भिला को शिरपुर से गिरफ्तार कर लिया। एसपी ने बताया कि दोनों महिलाओं ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपहृत लड़की को शादी के लिए गुजरात के वडोदरा भेजा है।
पाटिल के अनुसार, पुलिस के एक दल ने लड़की को अंततः मध्य प्रदेश के खरगोन जिले से छुड़ाया और नानूराम येदु मंसारे और गोविंद नानूराम मंसारे को पकड़ लिया। एसपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के मुताबिक, आरोपी नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर उन्हें शादी के लिए इच्छुक दूल्हों को बेच देते थे।
उन्होंने कहा कि आरोपियों पर पूर्व में कई लड़कियों का अपहरण करने का संदेह है। पाटिल ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 363 के तहत अपहरण का मामला दर्ज करके आगे की कार्रवाई की जा रही है।