मुजफ्फरपुर शेल्टर केस: CBI ने 'डॉक्टर' को किया गिरफ्तार, रेप से पहले लड़कियों को देता था इंजेक्शन
By स्वाति सिंह | Published: November 21, 2018 12:26 PM2018-11-21T12:26:40+5:302018-11-21T12:26:40+5:30
अश्विनी ने बताया कि वह अक्सर शेल्टर होम विजिट के लिए जाया करता था। वहां वह लड़कियों को ड्रग के इंजेक्शन देता था। खबरों कि मानें तो यह डॉक्टर मुजफ्फरपुर के कुरहनी ब्लॉक में अपना एक क्लिनिक भी चलाता था।
मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले सीबीआई ने मंगलवार को एक अश्विनी नाम के फर्जी डॉक्टर को गिरफ्तार किया है।जिसके बाद एक नया खुलसा हुआ है। पूछताछ के दौरान अश्विनी ने बताया कि शोषण कांड में लड़कियों को इंजेक्शन देता था।यह इंजेक्शन लगाने से लड़कियों को दर्द कम होता था और नींद आने लगती थी।
अश्विनी ने बताया कि वह अक्सर शेल्टर होम विजिट के लिए जाया करता था। वहां वह लड़कियों को ड्रग के इंजेक्शन देता था। खबरों कि मानें तो यह डॉक्टर मुजफ्फरपुर के कुरहनी ब्लॉक में अपना एक क्लिनिक भी चलाता था।
गौरतलब है कि आर्म्स एक्ट मामले में फरार चल रहीं बिहार की पूर्व समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने मंगलवार को बेगूसराय जिले के मंझौल न्यायालय में सरेंडर किया।
क्या है मुजफ्फरपुर शेल्टर होम पूरा मामला?
बता दें कि टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस (टीस) मुंबई की टीम जब जनवरी माह में सोशल ऑडिट करने पहुंची तो बालिका गृह में कई स्तर पर गडबडी मिली। मुजफ्फरपुर से मधुबनी, मोकामा और पटना भेजी गईं बच्चियों का मेडिकल टेस्ट कराया गया तो हकीकत सामने आई। 44 में से 42 बच्चियों का मेडिकल कराया गया, जिनमें 29 से यौन शोषण की पुष्टि हुई थी। बालिका गृह के संचालन की जिम्मेदारी सेवा संकल्प समिति को 2013 में सौंपी गई थी।