मुर्शिदाबाद में RSS कार्यकर्ता की परिवार सहित हत्या मामले की गुत्थी सुलझी, आरोपी गिरफ्तार, जानें अब-तक का घटना-क्रम
By पल्लवी कुमारी | Published: October 15, 2019 11:40 AM2019-10-15T11:40:43+5:302019-10-15T11:40:43+5:30
मुर्शिदाबाद तिहरे हत्याकांड: मुर्शिदाबाद के जियागंज इलाके में 9 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक बंधु गोपाल पाल (35), उनकी पत्नी ब्यूटी और उनके बेटे अंगन (8) का शव उन्हीं के घर से बरामद हुआ था।
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में RSS कार्यकर्ता व शिक्षक, उनकी गर्भवती पत्नी और 8 साल के बच्चे की हत्या का मामले में अब तक पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। इस मामले में 12 अक्टूबर को पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद आज (15 अक्टूबर) एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने दावा किया है कि ये ट्रिपल मर्डर केस का मामला सुलझ गया है। मुर्शिदाबाद के जियागंज इलाके में 9 अक्टूबर को ये हत्या हुई थी।
पुलिस ने बताया कि सीआईडी के अधिकारियों के एक दल ने शनिवार को अपराधस्थल का दौरा किया। एक दिन पहले ही सीआईडी को इस वारदात की जांच करने को कहा गया था। इस तिहरे हत्याकांड ने गुरुवार को तब राजनीतिक रंग अख्तियार कर लिया जब बीजेपी और पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने इन हत्याओं को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर प्रहार किया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने दावा किया कि शिक्षक उसका समर्थक था।
पुलिस का मानना है कि हत्या में परिवार के किसी करीबी का हाथ हो सकता है। पुलिस का यह भी मानना है कि हत्या के शिकार लोग विरोध करने की स्थिति में नहीं थे, ऐसे में हो सकता है कि इन लोगों को पहले कोई नशीला चीज खिलाकर बेसुध कर दिया गया था।
जानें मुर्शिदाबाद ट्रिपल मर्डर के बारे में
मुर्शिदाबाद के जियागंज इलाके में 9 अक्टूबर को प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक बंधु गोपाल पाल (35), उनकी पत्नी ब्यूटी और उनके बेटे अंगन (8) का शव उन्हीं के घर से बरामद हुआ था। शव घर के आंगन में खून से सने हुए मिले थे। उस दौरान दुर्गा पूजा कार्यक्रम चल रहा था। विजयदशमी के मौके पर स्थानीय लोगों ने जब उन्हें पूजा पंडाल में नहीं देखा तो वे उनके घर गए थे। स्थानीय लोगों ने पुलिस को जानकारी दी और खून में लथपथ शव बरामद किए। स्थानीय लोगों के अनुसार पाल का परिवार करीब छह साल से जियागंज में रह रहा था। तीनों को धारदार हथियार से मारा गया है। बताया जा रहा है कि हत्या घर में घुस कर की गई है। पुलिस के अनुसार प्रथमदृष्टया साक्ष्य और प्रारंभिक जांच इशारा करती है कि यह व्यक्तिगत दुश्मनी का मामला है तथा इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है।
उनके परिवार के सदस्यों ने किसी भी राजनीतिक संगठन से संबंध होने से इनकार किया है। अपराध स्थल से मिले डायरी नोट से परिवार में गंभीर मतभेद का पता चला है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ''हमने इस मामले में दो और लोगों को हिरासत में लिया है। कुल चार लोग हिरासत में लिये गये हैं, दो को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया।'' पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में इस सप्ताह के शुरू में दो व्यक्तियों को हिरासत में लिया था।