मृत्यु के 12 घंटे बाद मिला स्कॉर्पियो कार के मालिक मनसुख हिरेन का शव, जानें क्या है पूरा मामला
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: March 7, 2021 12:54 PM2021-03-07T12:54:27+5:302021-03-07T12:55:22+5:30
उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर के बाहर मिले विस्फोटकों से लदे वाहन के कथित मालिक मनसुख हीरेन के विसरा को विश्लेषण के लिए एक फॉरेंसिक प्रयोगशाला भेजा गया है.
मुंबईः उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास मिली विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो कार के मालिक मनसुख हिरेन की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आज आई है.
इसमें उल्लेख किया गया है कि हिरेन की मौत 12 घंटे पहले हुई. रात आठ बजे पोस्टमार्टम शुरू हुआ. इसके 12 घंटे पहले यानी सुबह आठ से नौ बजे के दरमियान उनकी मौत हुई. मृत्यु के 12 घंटे पहले वे कहां थे, इसका पता कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) से लगाया जा रहा है.
हिरेन की संदिग्ध मौत के बारे में जांच दल को अब तक कोई ठोस जानकारी नहीं मिली है. उनका मोबाइल भी गायब होने से सीडीआर ख्ंागाला जा रहा है. महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने आज मोबाइल को कब्जे में लिया. एटीएस के अनुसार, अधिकारी यह पता लगा रहे हैं कि हिरेन को दो दिनों से आ रहे मोबाइल कॉल सहित आखिरी कॉल किसने किया था और उनकी किस-किस से बात हुई थी.
इस मामले की जांच मुंबई अपराध शाखा से शनिवार को एटीएस को सौंपा गया. इसके मद्देनजर एटीएस के जयजीत सिंह ने सुबह घटनास्थल पहंुचकर पूरे मामले की जांच की. मृत हिरेन का शव देखकर जरूरी निर्देश दिए. अधिकारियों ने पेडर रोड स्थित एंटीलिया बंगले के आसपास और मुंब्रा रेती बुंदर रोड से लगी खाड़ी के किनारे वाले परिसर में, जहां हिरेन का शव मिला था, की गहन जांच की. विभिन्न टीम बनाकर सभी संभावनाओं पर गौर किया जा रहा है. डूबने से मौत!
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आज प्राप्त पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में उल्लेख किया गया है कि हिरेन के शरीर पर कोई बाहरी चोट के निशान नहीं हैं. इस रिपोर्ट में मृत्यु का कारण नहीं दिया गया है. ऐसे में हिरेन के विसरा को संरक्षित रखा गया है और रासायनिक विश्लेषण के लिए मुंबई के कलिना में फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला में भेजा गया है.''
अधिकारी ने कहा कि डूबने से हिरेन की मौत होने की आशंका है. दोबारा पोस्टमार्टम का किया था अनुरोध हिरेन के परिवार वालों ने अनुरोध किया था कि की मनसुख का दोबारा पोस्टमार्टम किया जाए, लेकिन, जांच में पारदर्शिता का भरोसा दिलाकर ठाणे पुलिस ने शाम पांच बजे के दरमियान अंतिम संस्कार के लिए शव कब्जे में लिया. भाई और दोस्तों ने जताई हत्या की आशंका!
मनसुख के साथ मारपीट कर उसका शव पानी में फें क दिए जाने की आंशका मनसुख के भाई विनोद हिरेन ने जताई है. उसी दौरान डॉ. बाबासाहब आंबेडकर रोड पर स्थित सोसायटी विजय पाम के बाहर एकत्रित हुए हिरेनके दोस्तों ने भी उनकी मौत को लेकर कई आशंकाएं व्यक्त कीं.