MP: इंजीनियरिंग छात्र ने अपने घर में की लाखों ठगी, दबोचा गया
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: October 2, 2019 07:06 AM2019-10-02T07:06:30+5:302019-10-02T07:06:30+5:30
छात्र ने 2.69 लाख रुपये का ऑनलाइन ट्राजेक्शन कर ई-वॉलेट में रुपये लोड किए थे। छात्र तीन माह तक छोटे-छोटे ट्रांजेक्शन कर घर वालों को ही धोखा देता रहा और गुमराह करता रहा।
राज्य साइबर सेल ईकाई उज्जैन ने अपने ही घर में लाखों की हाईटेक ठगी को अंजाम देने वाले इंजीनियरिंग के छात्र को अंतत: दबोच लिया। छात्र ने 2.69 लाख रुपये का ऑनलाइन ट्राजेक्शन कर ई-वॉलेट में रुपये लोड किए थे। छात्र तीन माह तक छोटे-छोटे ट्रांजेक्शन कर घर वालों को ही धोखा देता रहा और गुमराह करता रहा। छात्र ने अपने महंगे शौक पूरे करने के ठगी की। छात्र दोस्त के रिचार्ज और बस टिकट वॉलेट से बुक कर उनसे नकद रुपये ले लेता था। स्पोर्ट्स का ऑनलाइन गेम खेलने का शौक रखता है आरोपी।
पुलिस अधीक्षक राज्य साइबर पुलिस, जोन- उज्जैन जितेन्द्र सिंह ने बताया कि माह सितम्बर में ज्योती नगर, उज्जैन निवासी श्रीमति रानी कालरा व श्री सन्दीप कालरा ने शिकायत दर्ज करवायी कि उनके भारतीय स्टेट बैंक के खाते से माह अप्रैल से माह सितम्बर तक कई छोटे व बड़े आनलाइन ट्रांजेक्शन कर करीब 2 लाख 69 हजार रुपये का अवैध आहरण हुआ है। उनके पास किसी तरह के ए.टी.एम. कार्ड की जानकारी हेतु कोई फोन नहीं आया। न ही उन्होंने अपने बैंक खाते से संबधित कोई भी जानकारी किसी को प्रदान की है। फरियादिया की शिकायत पर अपराध कमांक 189/19 धारा 419, 420 भादवि व 66-सी का दर्ज कर विवेचना में लिया गया।
विवेचना दौरान आये तथ्य व बैंक स्टेटमेंट के अनुसार ई-वॉलेट कंपनी से जानकारी प्राप्त कर फरियादिया के ही पुत्र साहिल कालरा पिता संदीप कालरा निवासी ज्योती नगर, एम.पी.ई.बी. कालोनी, उज्जैन से तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पूछताछ की गयी जिस पर साहिल कालरा द्वारा बताया गया की उसकी माताजी के बैंक खाते में लाखों रुपये होने पर व उनके द्वारा अपने ए.टी.एम. कार्ड का उपयोग नहीं किया जाता था, ए.टी.एम कार्ड घर की अलमारी में ही रहता था।
एक दिन ऐसे ही अपने ई. वॉलेट में रुपये नहीं होने पर अपनी माताजी के ए.टी.एम. कार्ड का उपयोग कर रुपये लोड किये थे, इसके बाद जब भी रुपयों की आवश्यकता होती तब अपनी माताजी के ए.टी.एम कार्ड से अपने ई-वॉलेट में रुपये लोड कर लेता।
रुपये लोड करने के बाद अपने दोस्तों के मोबाइल नंबर रिचार्ज कर व बस की टिकट बुक कर उनसे नकद रुपये ले लेता था। आरोपी ने ई-वॉलेट से कई बार अपने स्वयं के बैंक खाते में रुपये ट्रांसफर किए। आरोपी की गिरफ्तारी की गयी व घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन व सिम व दो बैंक खातों की पासबुक व ए.टी. एम. कार्ड भी जब्त किए गए।