मुरादाबाद में व्यापारी की अपहरण करने के बाद हत्या, परिवार से फिरौती के पैसे भी वसूले गए, जानें पूरा मामला
By दीप्ती कुमारी | Published: June 6, 2021 01:17 PM2021-06-06T13:17:49+5:302021-06-06T13:17:49+5:30
मुरादाबाद के पाकबड़ा इलाके में एक व्यापारी का अपहरण कर हत्या कर दी गई और परिवार से 4 लाख रुपए फिरौती के भी ले लिए गए हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मुरादाबाद: यूपी के मुरादाबाद के पाकबड़ा में स्पेयर पार्ट्स व्यापारी कुलदीप गुप्ता को अगवा कर हत्या करने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बदमाशों ने उनकी हत्या कर शव को बिजनौर जनपद में फेंक दिया था। पुलिस को शनिवार रात खून से लथपथ शव बिजनौर जनपद के स्योहारा थाना क्षेत्र में सड़क किनारे पड़ा मिला।
मुरादाबाद के पाकबड़ा निरीक्षक योगेंद्र कृष्ण यादव और एसओजी के घटनास्थल पर शव की पहचान कुलदीप गुप्ता के रूप में की गई। जानकारी के मुताबिक पाकबड़ा थाना क्षेत्र के व्यवसायी कुलदीप गुप्ता अपने परिवार के साथ में मझोला के मिलन विहार में रहते थे। कुलदीप के माथे पर गहरी चोट क निशान पाए गए हैं।
दुकान जाते समय रास्ते में हुआ था अपहरण!
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार प्रभारी निरीक्षक पाकबड़ा का कहना है कि कुलदीप शुक्रवार की दोपहर अपने घर से दुकान पर गये थे । उसी समय रास्ते में बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया था । इसके बाद फिरौती की मांग की गई थी । कुलदीप के बड़े भाई संजीव गुप्ता ने पाकबड़ा पुलिस थाने में अपने भाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी।
वहीं, एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि शुक्रवार रात परेशान परिजन थाने पहुंचे और उन्होंने पूरी घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने कुलदीप के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा कर तलाशी शुरू कर दी थी।
इस बीच रिपोर्ट्स के अनुसार कुलदीप के परिजनों ने पुलिस को बताया था शुक्रवार सुबह वे करीब 9:30 बजे कुलदीप दुकान पर गए थे । यहां कुछ देर बैठने के बाद वह अपने पैतृक घर चले गए । वहां टहलने के बाद वह वापस अपनी दुकान पर आ गए और दुकान पर मौजूद नौकर से कहा कि वह अस्पताल में किसी को देखने जा रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि अगर आने में देर हो जाए तो बाइक अंदर खड़ी कर देना। इसके बाद कुलदीप एक व्यक्ति के साथ बाइक पर बैठ कर चले गए। उस व्यक्ति ने हेलमेट लगा रखी थी । कुछ देर बाद कुलदीप ने पत्नी को फोन कर बैंक से 4 लाख रुपए निकालकर नौकर को देने को कहा। पत्नी ने वैसा ही किया और दुकान के पुराने कर्मचारी मुस्तफा को रुपए दे दिए। इसके बाद से कुलदीप का फोन बंद हो गया था।