Shocking: पहले भीड़ ने बुजुर्ग का गला रेता फिर पीट - पीट कर और जिंदा जला कर ले ली जान
By एस पी सिन्हा | Published: November 13, 2018 07:22 AM2018-11-13T07:22:32+5:302018-11-13T07:22:32+5:30
उन्मादी भीड़ ने पहले जैनुल अंसारी का गला रेता और उसके बाद चौक पर जिंदा जला दिया. परिवार को इस घटना का पता तीन दिन बाद चला.
पटना, 13 नवंबर: बिहार के सीतामढ़ी जिले में तीन हफ्ते पहले हुई हिंसा में एक 82 वर्षीय बुजुर्ग की भीढ़ द्वारा पीट-पीटकर जिंदा जला दिए जाने एक मामला सामने आया है. लेकिन मॉब लिंचिंग के तीन सप्ताह बाद भी अभी तक आरोपी पकड़ से बाहर होने पुलिस के रवैए पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं.
इस मामले में न तो अब तक कोई गिरफ्तार हुआ है और न ही परिवार को पुलिस पर भरोसा है. आरोप अपराधियों को बचाने का भी लग रहा है. पिछले महीने हिंसा के दौरान उन्मादी भीड़ ने पहले जैनुल अंसारी का गला रेता और उसके बाद चौक पर जिंदा जला दिया. परिवार को इस घटना का पता तीन दिन बाद चला. दरअसल, हिंसा के दौरान सीतामढ़ी में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी.
लेकिन हत्या के तीन दिन बाद जब एक घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बहाल की गई तब जैनुल अंसारी के परिजनों को एक वायरल फोटो मिला जो उनकी हत्या का था. पुलिस का ध्यान फिलहाल छठ के त्योहार पर कहा यह भी जा रहा है कि प्रशासन के दबाव की वजह से जैनुल अंसारी के परिजनों को उनका शव पैतृक गांव से 75 किलोमीटर दूर मुजफ्फपुर में दफनाना पडा. हालांकि, इस पूरे मामले में सरकार ने परिजनों को पांच लाख की सहायता राशि दी है. लेकिन पुलिस अभी तक किसी अपराधी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. वहीं, पुलिस का कहना है कि अभी उनका पूरा ध्यान छठ के त्योहार पर है. इसके बाद जांच आगे बढ़ाई जाएगी.
अभी तक 38 लोग पकड़े गए वहीं, सीतामढ़ी के एसपी विकाश बर्मन ने कहा कि इस मामले में अभी तक कुल 38 लोग पकड़े गए हैं, लेकिन उनका संबंध हिंसा से है न कि जैनुल अंसारी की हत्या से. दूसरी तरफ, जैनुल अंसारी के परिजनों का कहना है कि उन्होंने पुलिस को एक आरोपी की फोटो भी दी है. लेकिन अभी तक उसकी पहचान नहीं हो पाई है.